भारतीय रेलवे की ओर से बिना टिकट यात्रा करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाया जाता है। इसी के मद्देनजर मध्य रेलवे ने लगभग 350 दिनों में बिना टिकट यात्रा करने वालो के जांच में करीब 200 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है। इसमें से सबसे अधिक मुंबई जोन से 66 करोड़ रुपये वसूले गए हैं। इसके बाद भुसावल, नागपुर, सोलापुर और पुणे हैं।
मध्य रेलवे की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2021 से 16 मार्च 2022 यानी करीब एक साल में ट्रेनो में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों से जुर्माने के तौर पर 200.85 करोड़ रुपये वसूले गए हैं, जो कि भारतीय रेल के सभी डिविजन से अधिक है। हालाकि अभी कोविड प्रतिबंधों के कारण बहुत सी ट्रेने नहीं चलाई जा रही हैं। फिर भी मध्य रेलवे ने इस दौरान कुल 33.30 लाख लोगों को बिना टिकट पकड़ा है।
इस मामले में मध्य रेलवे के मुम्बई मंडल ने रिकॉर्ड दर्ज किया है, जहां पर बिना टिकट और अनियमित यात्रा के 12.93 लाख यात्री बिना टिकट पकड़े गए हैं। जिनसे 66.84 करोड़ रुपये वसूले गए हैं। इसके बाद दूसरा नंबर पर भुसावल है, जिसने 8.15 लाख मामले पकड़े हैं और इनसे 58.75 करोड़ रुपये वसूल किए गए हैं।
इसके बाद नागपुर मंडल ने अनियमित यात्रा के 5.03 लाख मामलों से 33.32 करोड़ रुपये वसूल किए हैं। सोलापुर मंडल ने अनियमित 3.36 लाख मामले यात्रियों से 19.42 करोड़ रुपये वसूले हैं। पुणे मंडल ने अनियमित यात्रा के 2.05 लाख मामले पकड़े और उनसे 10.05 करोड़ रुपये वसूले हैं।
इसके अलावा इस दौरान 56,443 व्यक्तियों को कोविड अनुरूप व्यवहार का उल्लंघन करने और मास्क न पहनने के मामले में उनसे 88.78 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।