रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध का असर भले ही कच्चे तेल के दामों पर पड़ा हो लेकिन अब इसके कीमत में गिरावट हो दर्ज की गई है। ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल का दाम 100 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे जा पहुंचा है। इस कारण से भारतीय बाजार में इसे लेकर राहत दर्ज की गई है।
7 मार्च को ब्रेंट क्रूड के लिए 139 डॉलर प्रति बैरल के इंट्राडे पीक पर पहुंचने के बाद कच्चे तेल की कीमत में लगभग 30% की गिरावट आई है। 1 मार्च के बाद पहली बार मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं। यह तीन सप्ताह के निचले स्तर 97.44 डॉलर प्रति बैरल कीमत रही है।
एक सरकारी अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी अभी भी अपरिहार्य है, लेकिन इसकी मात्रा और समय तय किया जाना बाकी है। तेल की कीमतों में कमी के कारण निश्चित तौर पर अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में नरमी रहेगी।
85 डॉलर प्रति बैरल कच्चे तेल की कीमत
ऊर्जा विशेषज्ञ और तत्कालीन योजना आयोग में विशेष ड्यूटी पर पूर्व अधिकारी एससी शर्मा के अनुसार, अनुमान है कि आने वाले महीनों के दौरान यूएस शेल से तेल उत्पादन भी अधिक होने की संभावना है। साथ ही शर्मा ने यह भी कहा कि तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ जाएंगी और अल्पावधि में 85 डॉलर से 95 डॉलर प्रति बैरल के दायरे में होगी।
पेट्रोल डीजल की कीमतों में नहीं हुई बढ़ोतरी
कच्चे तेल के कीमत में गिरावट के बाद भी पहले की तरह मेट्रो शहरों में ईंधन की कीमतें अपरिवर्तित रहीं। जून 2017 के बाद से ऐसा पहली बार है कि दरें स्थिर बनीं हुई हैं। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये है, जबकि डीजल की कीमत 86.67 रुपये प्रति लीटर है।
यहां भी अपरिवर्तित रही कीमत
मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। महानगरों में, ईंधन की दरें अभी भी मुंबई में सबसे अधिक हैं। वैट के कारण राज्यों में ईंधन की कीमतें अलग-अलग हैं। वहीं चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 101.40 रुपये रही तो डीजल 91.43 रुपये रहा। जबकि कोलकाता में पेर्टोल की कीमत 104.68 रुपये रहा है और डीजल की कीमत 89.79 रही।