महंगाई में वृद्धि के कारण जुलाई में सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी होने की संभावना है। 7वें वेतन आयोग के तहत केंद्र सरकार अगर AICPI इंडेक्स के आंकड़े के आधार पर महंगाई दर में बढ़ोतरी करे तो 5 फीसदी डीए और बढ़ सकता है। खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों की माने तो डीए और डीआर को आमतौर पर जनवरी और जुलाई में साल में दो बार संशोधित किया जाता है। ऐसे में उच्च महंगाई दर आपके वेतन में बढ़ोतरी ला सकता है।
कर्मचारियों के सैलरी में बढ़ोतरी नए फॉर्मूले के तहत किया जाएगा, क्योंकि श्रम मंत्रालय की ओर से महंगाई भत्ता कैलकुलेट करने का फॉर्मूला बदल दिया गया है। पहले 2006 बेस इयर मानकर गणना की जाती थी, लेकिन अब 2016 के अनुसार इसकी गणना की जाती है।
वहीं संशोधित वेतन संरचना में ‘मूल वेतन’ शब्द का अर्थ है कि वेतन मैट्रिक्स में निर्धारित स्तर में वेतन वेतन के तहत विशेष वेतन आदि जैसे किसी अन्य प्रकार का वेतन को शामिल नहीं है। इसके साथ ही व्यय विभाग की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया है कि महंगाई भत्ता पारिश्रमिक का एक विशिष्ट तत्व बना रहेगा और इसे एफआर 9(21) के दायरे में वेतन के रूप में नहीं माना जाएगा।
5 प्रतिशत डीए बढ़ने पर कितनी सैलरी बढ़ेगी
व्यय विभाग के नोटिस के अनुसार, यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन 18,000 रुपए है, तो उसे नवीनतम वृद्धि के बाद 6,120 रुपए का महंगाई भत्ता मिल रहा है। पहले 31 फीसदी डीए की दर से कर्मचारी को 5,580 रुपए डीए मिल रहा था। अगर डीए में और 5 फीसदी की बढ़ोतरी की जाती है, यानी अगर कर्मचारी को 18,000 रुपए के मूल वेतन पर 39 फीसदी डीए मिलता है, तो डीए 7,020 रुपए होगा। यानी सैलरी में 900 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी।
कैसे होगा डीए का कैलकुलेशन?
केंद्र सरकार ने 2016 बेस इयर को मानकर कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए DA और DR की गणना करने के फॉर्मूले को संशोधित किया था, जो इस प्रकार हैं।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए: DA% = ((पिछले 12 महीनों के लिए AICPI (आधार वर्ष 2001 = 100) का औसत -115.76)/115.76)100
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए: DA% = ((पिछले 3 महीनों के लिए एआईसीपीआई (आधार वर्ष 2001=100) का औसत -126.33)/126.33)100