भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा एक टीवी चैनल पर विवादित बयान देने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उन्हें पूरे देश के सामने टीवी पर बैठकर माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस पर भी कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। इसी विषय पर हो रही टीवी डिबेट के दौरान AIMIM प्रवक्ता सैयद असीम वकार ने ऐसी बात कही कि एंकर भड़क गईं।
दरअसल, यह टीवी डिबेट ज़ी न्यूज़ के कार्यक्रम में हो रही थी। जिसमें एंकर आदिति त्यागी ने असीम से सवाल किया कि असदुद्दीन ओवैसी सुप्रीम कोर्ट को लेकर सिलेक्टिव दिखाई दे रहे हैं? इसके जवाब में असीम वकार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो भी कहा गया है, उसे गहराई से समझने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि हिंदुस्तान के हर मजहब में अच्छे और बुरे लोग शामिल हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ओवैसी के नेता ने कहा, ‘अगर हमारे मजहब में कुछ बुरे लोग हैं तो आपके मजहब में भी इसी तरह के कुछ लोग दिखाई देते हैं।’ उन्होंने भारत में मुसलमानों के खिलाफ हुई कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जब मुसलमानों के साथ इस तरह की घटना होती है तो बहुत सारे लोग आवाज नहीं उठाते हैं।
इस दौरान जुमे की नमाज के दौरान हुए पथराव के विषय पर एंकर सवाल करने लगीं। इस पर ओवैसी के नेता ने कहा कि आप यहां पर बैठाकर बारी-बारी से हमें गाली दिलवाइये। इस बात पर भड़कते हुए एंकर अदिति त्यागी ने कहा कि आप यहां पर बैठकर आप और हम करना बंद कर दीजिए। उन्होंने चीखते हुए कहा कि आप और हम भारतीय हैं, मैं इसी तरह से सबको देखती हूं। एंकर ने यह भी कहा कि आप केवल मुसलमानों के साथ हुए बर्ताव पर बात कर रहे हैं लेकिन हिंदुओं के साथ में हुई घटना का जिक्र नहीं कर रहे।
यूजर्स के रिएक्शन : राहुल कुमार नाम के ट्विटर हैंडल से सवाल किया गया कि उदयपुर की घटना के लिए यदि नूपुर शर्मा जिम्मेदार हैं तो किशन, चंदन, कमलेश तिवारी और गोधरा ट्रेन चलाने के लिए कौन जिम्मेदार है? अनिल शर्मा नाम एक ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं – सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई टिप्पणी से हम बिल्कुल भी सहमति नहीं रखते हैं। अनुभव त्रिपाठी लिखते हैं कि ओवैसी केवल अपने ही धर्म की बात क्यों करते हैं? उन्हें हिंदुओं की पीड़ा क्यों नहीं दिखाई देती?