कांग्रेस नेता उदित राज (Udit Raj, Congress) अक्सर अपने बयानों और ट्वीट को लेकर विवादों में रहते हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर लोग उन्हें ट्रोल करते रहते हैं। बाबरी विध्वंस (Babri Masjid Demolition) को लेकर भी उदित राज ने ट्वीट किया तो लोग उनसे ही सवाल करने लगे कि जब बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) गिराई गई तो सरकार किसकी थी? उदित राज ने ट्वीट कर बताया है कि आखिर आज ही के दिन (6 दिसंबर को) विवादित ढांचे को क्यों ध्वस्त किया गया।
उदित राज ने किया ये ट्वीट
उदित राज (Udit Raj Twitter) ने ट्वीट कर लिखा कि आज के दिन बाबरी मस्जिद (Babri Masjid Demolition) ध्वस्त की गई, जानते हैं क्यों? डॉ अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Diwas) है। इससे लोगों का ध्यान बंट जाएं और ये दोनों लड़ें। उदित राज के इस ट्वीट पर लोग उनसे ही तमाम तरह के सवाल पूछ रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@csvisen यूजर ने लिखा कि कल को ये न कह देना कि 14 अप्रैल को बैसाखी ,महावीर जयंती, सतुआ भी इसलिए मनाया जाता है कि डॉ आंबेडकर का जन्मदिन लोग भूल जायें। @mahesh35810307 यूजर ने लिखा कि उदित राज जी उस वक्त नहीं पता किसका क्या इरादा था, पर आज आपका इरादा बिलकुल गलत नियत का है। खुद को बाबा साहेब आंबेडकर के अनुयायी बताते हो और काम बाबा साहब के उलट करते हो।
@brajvaishali यूजर ने लिखा कि 25 दिसंबर को क्रिसमस था, उसी दिन वाजपेयी जी ने जन्म ले लिया, जानते हैं क्यों? @Bharat25799558 यूजर ने लिखा कि 14 अप्रैल को मेरी बेटी का जन्मदिन होता है, अब ये मत कह देना कि अंबेडकर की जयंती से ध्यान भटकाने के लिए उसी दिन मेरी बेटी भी पैदा हुई थी? @harharmodiyogi यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा कि आपको सारी गुप्त जानकारी मिलती रहती है। मोदी जी, अमित जी के रूम के बाहर खड़े होकर चुपके से सुन लेते हो?
बता दें कि अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस (Babri Masjid Demolition) हुए 30 साल पूरे हो गए हैं। 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिराया गया था। 30 साल बाद अयोध्या (Ayodhya) में 6 दिसंबर को सख्त सुरक्षा इंतजाम किए गए। पुलिस ने कई जगहों पर चेकिंग अभियान चलाया। विवादित ढांचा गिराए जाने के दिन यानि 6 दिसंबर को ही महापरिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Diwas) भी मनाया जाता है। गौरतलब है कि बाबासाहेब आंबेडकर का निधन छह दिसंबर, 1956 को नयी दिल्ली में हुआ था।