ताजमहल वाले बयान पर गुस्से में ट्विटर यूजर्स, लिखा- तालिबान की राह पर हैं
सोमवार को ट्विटर पर 10,000 से ज्यादा लोगों ने ताजमहल के मुद्दे पर कमेंट किया।

आगरा में मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनाया गया ताजमहल सोमवार को मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खिया बन गया। मेरठ के सरधना से विधायक संगीत सोम ने भारतीय संस्कृति और इतिहास पर ताजमहल को एक धब्बा बताया ये बात ट्विटर यूजर्स को पसंद नहीं आई और बड़ी भारी संख्या में ट्विटर पर इसका विरोध किया गया है। ताजमहल के खिलाफ बोले गए बीजेपी विधायक के शब्दों की तुलना कई यूजर्स ने अफगानिस्तान में भगवान बुद्ध की मूर्ती तोड़ने वाले तालिबान से भी की ।
When I visited #TajMahal , one of the Muslim guides said, this white building is tainted with blood of artisans whose hands were chopped off
— Samarth Yogi Arwind (@yogi_arwind) October 16, 2017
दरअसल ये सारा मामला तब सुर्खियों में आया जब बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा है, “बहुत सारे लोग इसलिए निराश थे कि ताज महल को उत्तर प्रदेश की पर्यटन पुस्तिका से हटा दिया गया। हम किस इतिहास की बात कर रहे हैं? कौन सा इतिहास? ताजमहल बनवाने वाले (शाहजहां) ने अपने पिता को जेल में डाल दिया था। वह भारत से सभी हिंदुओं को मिटा देना चाहता था। अगर ऐसे लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।” उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार अकबर, बाबर और औरंगजेब जैसे कलंक कथा लिखने वाले बादशाहों को भी इतिहास से निकालने की तैयारी कर रही है। इसके बाद इस सारे मसले ने तुल पकड़ लिया। सोमवार को ट्विटर पर 10,000 से ज्यादा लोगों ने ताजमहल के मुद्दे पर कमेंट किया। दूसरी ओर दक्षिणपंथी रुझान रखनेवाले ट्विटर यूजर्स ने इस मसले पर मगुलों को हिन्दू विरोधी बताने के लिए जमकर ट्विट किए। इस तरह सोमवार का पूरा दिन ट्विटर पर जंग जैसा महौल बना रहा।
2001: #BamiyanBhddha reduced to rubble by the #Taliban
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने व्यंग्यात्मक ट्वीट किया, “अब 15 अगस्त को लालकिले से कोई भाषण नहीं दिया जाएगा। प्रधानमंत्री अब देश को नेहरू स्टेडियम से संबोधित करेंगे .. कुछ लोगों के दिल और दिमाग को उत्साह से भर देंगे।”
No more Red Fort speeches on 15th August? “The PM will address the nation from Nehru Stadium” will fill some hearts with unabashed glee. https://t.co/TOx6vIO1nx
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 16, 2017
वहीं एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, “यहां तक कि दिल्ली में जो हैदराबाद हाउस है, उसे भी ‘राजद्रोही’ द्वारा बनाया गया था, तो क्या मोदी वहां विदेशी मेहमानों की मेजबानी करना छोड़ देंगे?”
#TajMahal is a beautiful w/o doubt but my personal favourite is Kailasa temple. A temple not built but a poetry carved out of the mountain. pic.twitter.com/r6VBwaKOFb
— Abhinav Prakash (@Abhina_Prakash) October 16, 2017
हास्य कलाकार तन्मय भट्ट ने इस मुद्दे को अप्रासंगिक बताया और कहा कि राजनेता ऐसे मुद्दे का उपयोग देश को बांटने के लिए करते हैं।
उन्होंने लिखा, “ताजमहल ऐसी कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन राजनेता ऐसी कोशिश करते रहेंगे और इस देश को बांटते रहेंगे.. और यहां ट्विटर पे हम आर डब्ल्यू, एल डब्लू (दक्षिणपंथ, वामपंथ) खेलते रहेंगे।”
Taj Mahal is such a non issue but politicians will continue to try and divide this country aur yaha twitter pe hum RW LW khelte rahe hai
— Tanmay Bhat (@thetanmay) October 16, 2017
Our nation's long history includes both glory & oppression. We must put the past behind & celebrate every beautiful inheritance
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