चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में जन सुराज यात्रा पर निकले हुए हैं। इस दौरान वह लोगों से बातचीत कर रहे हैं। इस विषय पर उनका कहना है कि इसके जरिए ही वह जल्द ही ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ जुड़ सकते हैं और उनकी समस्याओं को भी सुन सकते हैं। प्रशांत किशोर ने हाल में ही एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि वह अपनी कोई पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैं।
टीवी पर इंटरव्यू दे रहे प्रशांत किशोर से पत्रकार द्वारा सवाल किया गया कि क्या आम आदमी पार्टी में जाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री व पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से कभी कोई बात हुई थी? प्रशांत किशोर ने बताया, ‘ मैंने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के साथ में काम किया था। मैंने आप में जाने के विषय पर चिंतन किया था।’
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी में जाने से पहले वहां पर मिलने वाली संभावनाओं के बारे में आप जानते और समझते हैं। जब किसी पार्टी के लिए आपका विश्वास हो जाएगा, उसके बाद ही आप उस पार्टी में जाएंगे। मुझे वहां पर ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया था इसलिए उस पार्टी के साथ नहीं गया। इस दौरान उसे पूछा गया कि बहुसंख्यक समाज को चुनौती देने के लिए कौन से मुद्दे सामने लाने होंगे?
जिसके जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि यह एक विचारधारा की लड़ाई है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह बहुसंख्यकवाद वाली राजनीति पर विश्वास नहीं रखते हैं। उन्होंने अपनी जन सुराज यात्रा को लेकर कहा, ‘ जनसंपर्क लोकतंत्र का एक अभिन्न अंग है, अगर आप राजनीति करना चाहते हैं तो जनता के बीच में जाना बेहद जरूरी है। आप किसके जरिए जनता से मिलते हैं, यह आपकी सोच पर निर्भर करता है।’
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की 2024 में वापसी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि वह कोई भविष्यवक्ता नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 के आधार पर यह नहीं कहा जा सकता है कि उनकी वापसी तय है लेकिन इस पर शक भी नहीं किया जा सकता। जानकारी के लिए बता दें कि प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर से पूरे बिहार में पदयात्रा निकालेंगे।