उत्तर प्रदेश की राजनीति में रामचरितमानस और शुद्र की खूब चर्चा हो रही है। समाजवादी पार्टी (Samjwadi Party) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) इस मुद्दे को लेकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं और रोजाना एक नया एंगल लेकर बयान देते हैं। शूद्र शब्द का प्रयोग किये जाने पर बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati, BSP) ने सपा को आड़े हाथ लिया, इसके बाद अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक और ट्वीट कर हमला बोला है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने किया ये ट्वीट
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya, SP) ने ट्वीट किया, “तत्कालीन उपप्रधानमंत्री, बाबू जगजीवन राम द्वारा उद्घाटित संपूर्णानंद मूर्ति का गंगा जल से धोना, तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के रिक्तोपरांत मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोना व राष्ट्रपति कोविंद (Ramnath Kovind) जी को सीकर ब्रह्मा मंदिर में प्रवेश न देना शूद्र होने का अपमान नहीं तो क्या?”
सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
@ArvindSinghUp यूजर ने लिखा कि अखिलेश यादव वहां इफ्तार करते थे इसलिए शुद्धि हुई, बाबा रामदेव भी यादव समाज से आते हैं, हर मंदिर में जाते हैं अपितु हिन्दू समाज मे वो स्वयं पूज्यनीय हैं! बाकी श्री राम नाथ कोविद वाली बात 100 फीसद झूठ है, लिंक उपलब्ध है। @VANDEMATRAMasv यूजर ने लिखा कि वैसे जब पिछले 5 वर्ष 2017 से 22 तक आप प्रदेश में कैबिनेट मंत्री थे तो आपको भाजपा ना जातिवादी लग रही थी और ना ही दलित और पिछड़ा विरोधी लग रही थी। आपके कई सारे बयान अभी भी मीडिया में हैं जहां आप समाजवादी पार्टी को गुंडों और मवालियों का अड्डा बता रहे थे।
@SachinG15466942 यूजर ने लिखा कि मौर्य जी, आपको तो सबसे पहले अपनी बेटी को समझना चाहिए तो बीजेपी से सांसद बनकर बैठी हैं… सत्ता सुख भी भोगना है और गाली भी देना है। @SarvendraMishr6 यूजर ने लिखा कि बाकी तो पता नहीं लेकिन अखिलेश जी के आवास खाली करने के पश्चात गोमूत्र से अगर धोया गया तो श्रीमान आप तब कैबिनेट मंत्री का मजा ले रहे थे, एक शब्द इस पर बोला नहीं। एक यूजर ने लिखा कि आप अखिलेश जी को ले कर डूबोगे, ये पक्का है! जो आदमी अपनी सीट पर जीत नहीं सकता वो सपा को लीड कर रहा है?
बता दें कि इससे पहले बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट कर सपा पर हमला बोला था, उन्होंने लिखा, ” देश में कमजोर व उपेक्षित वर्गों का रामचरितमानस व मनुस्मृति आदि ग्रंथ नहीं बल्कि भारतीय संविधान है जिसमें बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने इनको शूद्रों की नहीं बल्कि एससी, एसटी व ओबीसी की संज्ञा दी है। अतः इन्हें शूद्र कहकर सपा इनका अपमान न करें और न ही संविधान की अवहेलना करे।” गेस्ट हाउस काण्ड का जिक्र कर मायावती ने लिखा कि गिरेबां में झांककर देखना चाहिए कि जब सीएम बनने जा रही एक दलित की बेटी पर सपा सरकार में जानलेवा हमला कराया गया था।