मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव में सपा की जीत के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया व उत्तर पदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) के साथ वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने मनोकामना पूर्ण होने पर छप्पन भोग अर्पित किया। इसको लेकर कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक (BJP MP Subrata Pathak) ने एक ट्वीट किया। जिस पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
सुब्रत पाठक ने किया ऐसा ट्वीट
कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कमेंट किया कि, “जो कभी चुनाव जीतने के बाद लगा कर गोल टोपी, मजारों पर चादर चढ़ाते थे, आज तिलक लगा कर मंदिरों में मत्था टेकने को मजबूर हैं। अब गोल टोपी तो उतार ही दी और मजारों की तरफ देखते भी नही हैं, पता नहीं ये इनकी आस्था है या हिंदुत्व के परचम के आगे घुटने टेकना?”
लोगों के रिएक्शन
@Chandra4935 नाम के एक यूजर ने लिखा कि वो भी क्या दिन थे रात में कबूतर उड़ाते थे, अब तो इनके दिन मैं तोते उड़ने लगे हैं। समय बड़ा बलवान हैं वाह रे वाह सनातनी हिंदू, सुपरहिट चल रहा है। @Rahulji92405803 नाम के एक यूजर ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक तस्वीर शेयर की। जिसमें वह मजार पर गए हैं। उसके साथ कमेंट किया कि ये बीजेपी के ही नेता हैं और इस समय भारत के रक्षा मंत्री हैं। उनके बारे मैं ऐसा कैसे बोल सकतें है। कभी तो धर्म से हटकर विकास की बातें कीजिए।
@AmarKrSaxena5 नाम के एक ट्विटर हैंडल से सवाल किया गया कि आप बतायें माननीय सांसद जी,”सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ” पर आपका क्या विचार है? आप मानते हैं या…. यूं ही जुमला है? @MdAijazRao1 नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि पाठक जी.. हिन्दू, मुसलमान, मज़ार मंदिर, और टोपी से अलग अगर कुछ है तो प्लीज उसे शेयर कीजिये। 2014से 2022 आ गया है, हम थक चुके हैं…. अब बस भी कीजिये। @ArvindY18323108 नाम के एक यूजर ने लिखा कि,”कभी तो मुद्दे की बात कर लीजिये या हिन्दू – मुस्लिम ही करते रहेंगे?”
जानकारी के लिए बता दें कि अखिलेश यादव ने सुब्रत पाठक पर कहा था, “वह मुंह में खैनी भरे रहते हैं। उन्हें खैनी खाना छोड़ देना चाहिए।” अखिलेश यादव के बयान पर सुब्रत पाठक ने ट्वीट के जरिए पलटवार किया। उन्होंने कहा था कि अच्छा हो कि अखिलेश यादव वोदका पीना छोड़ दें ताकि उनकी बुद्धि ठीक रहे। सुब्रत पाठक के ट्वीट करने के बाद से सपा समर्थक और सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातर हमला बोला जा रहा था।