पश्चिमी यूपी में जाट वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है। खुद गृह मंत्री अमित शाह जाट वोटरों को साधने में लगे हैं। बुधवार को उन्होंने कई समुदाय समेत जाट नेताओं से भी मुलाकात की। खबरों की मानें तो नाराज नेताओं से अमित शाह ने कहा कि आप अपनी खीझ मेरे साथ निकाल सकते हैं। लेकिन आपको किसी और पार्टी की तरफ देखने की क्या जरूरत है? अब अमित शाह के जाट नेताओं से मुलाकात पर पूर्व आईएएस और पूर्व आईपीएस ने तीखा हमला बोला है।
पूर्व IAS ने वीडियो शेयर कर कसा तंज: पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने एक वीडियो शेयर किया। ये उस वक्त का वीडियो है, जब जयंत चौधरी हाथरस कांड के बाद पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे। पुलिस उन्हें आगे जाने से रोक रही थी लेकिन जयंत भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित के परिजनों से मिलने पर अड़े हुए थे। इसी बीच यूपी पुलिस ने जयंत चौधरी उनके कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाई थीं। वहीं वीडियो शेयर करते हुए सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि क्या जाट इस बेइज्जती को भूल जाएगा?
पूर्व आईपीएस ने भी बोला हमला: जाट समुदाय के लोगों से मुलाकात के बाद अमित शाह के बयान पर पूर्व आईपीएस विजय शंकर सिंह ने भी हमला बोला है। पूर्व आईपीएस ने ट्विटर पर लिखा कि अमित शाह ने जाटों के सम्मेलन में कहा कि, “हमारा रिश्ता साढ़े छह सौ साल पुराना है। आप भी मुग़लों से लड़े हैं, हम भी लड़ रहे हैं।” बीजेपी चुनाव में है या मुग़लों से लड़ रही है? बौखलाई बीजेपी के पास अब सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने के अतिरिक्त और कोई उपाय शेष नहीं बचा है?
बता दें कि किसान आंदोलन के बाद से ही पश्चिमी यूपी के कई समुदाय बीजेपी से नाराज बताए जा रहे हैं। जिसमें जाट समुदाय सबसे अहम है। बीजेपी के कई नेता और मंत्री पश्चिमी यूपी में डेरा डाले हुए हैं और नाराज समुदाय के नेताओं से मुलाकात कर बीजेपी को वोट देने की अपील कर रहे हैं।
जाहिर है कि पश्चिमी यूपी में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर पहले ही चरण में यानि 10 फरवरी को मतदान होना है। जहां जाट करीब 17 प्रतिशत हैं और 45 से 50 सीटों पर जाट हार-जीत तय करते हैं।