अमेठी के रहने वाले आरिफ और सारस की दोस्ती सुर्खियों में थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जब आरिफ और सारस से मिलने पहुंचे तो इन दोनों की दोस्ती लोगों के साथ-साथ वन विभाग के भी नजरों में आ गई। वन विभाग की टीम सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में रख चुकी है, वहीं आरिफ को वन विभाग की तरफ से नोटिस मिला है। अखिलेश यादव लगातार इस मुद्दे पर सरकार पर हमलवार हैं, अब एक बार फिर अखिलेश यादव ने तंज कसा है।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
उतर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक पार्क में लगे सारस के कटआउट की तस्वीरें अपने ट्विटर पर शेयर कर लिखा है, “अच्छा नहीं है परिंदों का पत्थर हो जाना। कुछ लोग भी न जाने कैसे-कैसे झूठ को सच बनाते हैं। असली सारस चिड़ियाघर में, नकली पार्क में लगाते हैं।” सोशल मीडिया वर्तमान लोग पर तमाम लोग अपनी अपनी राय दे रहे हैं।
सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@KumarAnilBJP यूजर ने लिखा कि वाह वाह क्या जनता का मुद्दा उठाया है, लगे रहिये। इससे जनता का बहुत फायदा होगा। चुनाव के बाद “ठीकरा” फोड़ने के लिए EVM है ही, कह देना खराब है। विकास सिंह राजपूत नाम के यूजर ने लिखा कि जब बुआ ने करोड़ों के नक़ली हाथी अरबों रुपये की ज़मीन पर खड़े कर दिए, तब नहीं बोले बबुआ। @socialist_nizam यूजर ने लिखा कि मेरे हिसाब से इसके अलावा और बहुत सारे मुद्दे हैं, उसे बेबाकी से उठाने की आवश्यकता है, बाकी आप को अच्छे से ही पता होगा कि सरकार में बैठे पत्थर दिल के लोग क्या जाने पशु, पक्षियों की कद्र।
गोपाल यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ये सरकार है ही ऐसे लोगों की जो झूठ को सच और सच को झूठ बताते हैं! मान्यवर अखिलेश जी क्या आपके पास कोई मुद्दा नहीं बचा? आप इस तरह चुनाव जीतने की कल्पना कैसे कर सकते हैं? माना कि सारस की बात जरूरी है लेकिन रात दिन इसी में लगे रहना हमें समझ नहीं आता? सुधीर मिश्रा ने लिखा कि “विपक्ष” जनता के मुद्दे उठाता है। आप शायरी और आरिफ में मस्त हैं। या फिर ट्विटर हैंडल कोई “कव्वाल” चलाता है? एक यूजर ने लिखा कि एक प्रतिनिधि मंडल बनना चाहिए। वो प्रतिनिधि मंडल आरिफ के घर जा कर ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट लेकर आए और वो पार्टी कार्यालय में जमा करे। समाजवादी सारस वाहिनी का आधिकारिक गठन भी अब आवश्यक हो चला है।
बता दें कि आरिफ के अनुसार, सारस उसे घायल अवस्था में मिला था, इसके बाद उसने सारस का इलाज करवाया। आरिफ ने कहा कि वह चाहता था कि सारस उसके पास से चला जाए और अपने समूह के साथ रहे लेकिन वह नहीं गया। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती सुर्खियों में आने लगी और अखिलेश यादव इन दोनों की दोस्ती देखने अमेठी पहुंचे थे। इसके कुछ दिन बाद वन विभाग की टीम की तरफ से कार्रवाई की गई है। वहीं आरिफ को भी वन विभाग की तरफ से नोटिस जारी कर दिया गया है।