गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पर हमला (Gorakhnath Temple Attack Case) करने के अभियुक्त अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmad Murtaza Abbasi) को देश के खिलाफ जंग छेड़ने के आरोप में लखनऊ की स्पेशल कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। अहमद मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ में आरोपी के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े होने का खुलासा हुआ था। मुर्तजा को मिली फांसी को लेकर सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) कई तरह के रिएक्शन मिल रहे हैं।
मुर्तजा को मिली फांसी की सजा
आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मुर्तजा ने 2022 में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया था। इस मामले में मुर्तजा पर UAPA के तहत केस दर्ज हुआ था और इसको आतंकी माना गया था। जांच के बाद विशेष कोर्ट ने अपने 145 पन्नों के आदेश में आरोपी को देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने, हत्या का प्रयास समेत कुल 12 आरोपों में मृत्युदंड के साथ ही जुर्माना से भी दंडित किया है।
सोशल मीडिया यूज़र्स के रिएक्शन
@PiyushTiwariNew नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- सुना है ये खबर सुनकर मुर्तजा को मानसिक बीमार बताने वाले खुद कोमा में है। @MaanikMOfficial नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”क्या यह लोक तंत्र है की गुंडे मवाली खुले आम घूम रहे हैं और आज के युग में भी सजाए मौत सिर्फ़ मुसलमानों को सुनायी जाती है। तुम नफ़रत फैलाने वालों पर धिक्कार है।” @Shaikh_Sajid_ नाम के एक यूजर ने लिखा,”लेकिन बाबरी पर हमले वाले आज भी ज़िंदा है? @IrshadH70624436 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि फांसी इसलिए दी गई क्योकि वह मुस्लिम है, वरना बहुत सारे लोग ऐसे मामलों में जेल में बंद हैं।
@khalidsalmani1 नाम के एक यूजर ने पूछा- मुस्लिमों से इतनी नफरत आखिर क्यों? कभी उनके खाने को लेकर, कभी उनके पहनने को लेकर, कभी उनके आईडेंटिटी को लेकर, कभी उनके रहन-सहन को लेकर। नफरत करने का यह ढोंग कब तक चलेगा? @salim9595 नाम के एक यूजर ने लिखा कि यहां मर्डर करने वाले को फांसी नही होती… और जज साहब ने हमला करने पर फांसी दे दी… यह एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए दिया गया निर्णय है… ऊपरी कोर्ट में यह फैसला पलटेगा।
जानिए पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंदिर में तैनात पुलिस पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस दौरान मुर्तज़ा ने PAC के जवान से राइफल भी छीनने की कोशिश की थी। पुलिस को बाचने दौड़े दूसरे जवान पर भी मुर्तज़ा ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था। इस घटना के बाद से हड़कंप मच गया था। जानकारी के लिए बता दें कि गिरफ़्तारी के बाद मुर्तज़ा ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि वह देश में चल रहे हिजाब मामले, CAA, NRC आदि मामलों को लेकर गुस्से में था। इन्हीं सब कारणों से वह बदला लेना चाहता था।