गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने के बाद विरोधी सरकार पर हमलावर हैं। सोशल मीडिया पर लोग केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को निशाने पर लेकर तंज कस रहे हैं। इसी बीच IIM उदयपुर पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने पुराने दिनों को याद करने हुए कहा कि भारत में पहला मेक्डोनल्स रेस्टोरेंट खुला था, मैं उसमें काम करती थी। वहां से आज केन्द्रीय मंत्री बनने का सफर महिला होते हुए मैंने तय किया।
क्या बोलीं स्मृति ईरानी?
स्मृति ईरानी ने यह भी कहा कि “क्याोंकि सास भी कभी बहू थी” टीवी सीरियल की शुरुआत में मुझे 1800 रुपए मिलता था। सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा के कारण मैंने इस सीरियल को छोड़ा था। सीरियल को ऐसे समय छोड़ा, जब यह खासा लोकप्रिय हो रहा था। उन्होंने कहा कि भारत इकलौता देश हैं जहां महिलाएं हर पहलू में दूसरे देशों से आगे हैं। देश के सर्वोच्य पद पर महिला द्रोपदी मुर्मू हमारे लिए सबसे बड़ा उदहारण हैं। सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी के इस बयान पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर लोग केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के इस बयान पर गैस सिलेंडर के दाम का जिक्र कर महंगाई घटाने की मांग करने लगे। @SherESharma यूजर ने लिखा कि आज अगर इतनी ही सैलरी मिल रही होती तो 2 सिलेंडर भी ना मिल पाते। एक यूजर ने लिखा कि लगता है भाजपा के नेताओं को झूठ बोलने की अलग से ट्रेनिंग दी जाती है इतने सहज और आत्मविश्वास के साथ झूठ बोलते हैं। क्या ही कहा जाए।
@ganesh07 यूजर ने लिखा कि आज 1102 रुपया गैस का सिलेंडर है। बहु सांस को बोल रही गैस जरा कम खर्च करना। मेरी नौकरी भी चली गई है। @Ravindrar765 यूजर ने लिखा कि गनीमत है तब मोदी सरकार नहीं थी, नहीं तो सारी सैलरी गैस सिलेंडर में ही खर्च हो जाती। @ajayraj420 यूजर ने लिखा कि अच्छा अब समझ आया कि जब तक सिलेंडर की कीमत 1800 तक नहीं आयेगी.. तबतक ये कुछ नहीं बोलेंगी। @zoo_bear यूजर ने लिखा कि तो LGP सिलेंडर का भी दाम 1800 करना चाहिए।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा महिला विकास को लेकर किए गए कामों पर जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि आपका रोल मॉडल कौन हैं तो उन्होंने अपनी मां को रोल मॉडल बताया। वे बोलीं, जब मैं पहली बार सांसद का चुनाव जीती और दिल्ली में मुझे जो सरकारी आवास मिला था। उसके सामने ताज होटल था, जिसमें मेरी मां काम करती थीं। मैंने एक दिन उस होटल में जाकर सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।