मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ (Kamal Nath, Congress) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि आठ महीने बाद चुनाव होने वाला है, सबका हिसाब लिया जायेगा। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कमलनाथ (Kamal Nath Viral Video) कह रहे हैं कि आठ महीने बाद पुलिस और अधिकारियों से हिसाब लिया जायेगा। पूर्व सीएम के इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया और सोशल मीडिया पर भी लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
क्या बोले कांग्रेस नेता कमलनाथ?
निवार में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, ‘मैं कहना चाहता हूं कि आठ महीने में चुनाव हैं। डरिएगा मत, आक्रामक रहिए। अधिकारियों और पुलिस को कह दीजिएगा कि 8 महीने में हम आपसे हिसाब लेंगे। सभी कर्मचारी और पुलिस के लोग कान खोलकर सुन लें कि उनका अच्छा हिसाब लिया जाएगा।’ सोशल मीडिया पर लोग कमलनाथ के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रियाये दे रहे हैं।
कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रियाएं
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये उनकी (कमलनाथ) कुंठा बोल रही है। कभी वो खुद को भावी मुख्यमंत्री बताते हैं, कभी भविष्य वक्ता हो जाते हैं। एक कुंठित व्यक्ति ही ऐसी भाषा बोल सकता है कि देख लूंगा, निपटा दूंगा। कमलनाथ जी आप बुजुर्ग नेता हैं, कम से कम संयम का परिचय दीजिए। @RamaKRoy यूजर ने लिखा कि कमलनाथ की तरह की हिसाब लेने की बात उत्तर प्रदेश में विधायक अब्बास अंसारी ने कहा था। जब भागते भागते थक गए तो जेल में गए।
@SharmaaAbhishek यूजर ने लिखा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अधिकारियों और पुलिस के खिलाफ आक्रामक रहने के लिये उकसा रहे हैं कमलनाथ। खुले आम धमकी दे रहे हैं कि सरकार बनी तो देख लेंगे। लेकिन जनता ऐसी गुंडागर्दी करने वालों के झाँसे में फिर नहीं आएगी। @JasBJP यूजर ने लिखा कि यही अहंकार ही कांग्रेस को खाए जा रही है। एक यूजर ने लिखा कि पहले ये बदला लेंगे, फिर वो बदला लेंगे..ये लेंगे….बदकिस्मत सरकारी कार्य करने वाले कर्मचारी हैं।
बता दें कि इससे पहले कमलनाथ ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर हमला करते हुए कहा था कि सिंधिया अगर तोप थे, तो फिर ग्वालियर, मुरैना महापौर क्यों हार गए? वहीं, चुनावी मुद्दों के सवाल पर उन्होंने शिवराज सिंह चौहान (Shiv Raj Singh Chuahan) सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि उन्हें 18 साल का हिसाब देना होगा। कमलनाथ ने कहा कि वह 15 महीने की अपनी सरकार का हिसाब किताब देने के लिए तैयार हैं।