कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी, पीएम मोदी पर की गई टिप्पणी मामले में दोषी पाए गए। इसके बाद उन्हें दो साल की सजा हुई और लोकसभा की सदस्यता भी छिन गई। हालांकि राहुल गांधी ने कहा कि वह माफ़ी नहीं मागेंगे, उनका नाम राहुल गांधी है, सावरकर नहीं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि देश से लोकतंत्र खत्म हो चुका है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
राहुल गांधी पर क्या बोले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य?
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि कांग्रेस और राहुल गांधी चाहते हैं देश के 55% पिछड़ों को गाली भी दें और वोट भी लें, क्षमा याचना भी ना करें। कांग्रेस का दोहरा चरित्र OBC को बर्दाश्त नहीं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के 140 करोड़ लोगों की सेवा में समर्पित परंतु वह गरीब परिवार के OBC वर्ग से आते हैं। केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट पर बड़ी संख्या में लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@spring_men_ यूजर ने लिखा कि नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या, ललित मोदी चोर हैं, इन्होंने देश के 140 करोड़ भारतीयों के मेहनत की कमाई को लूटकर भागे हैं, इनको चोर बोलना OBC का अपमान कैसे हो गया? राहुल शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि राजनेताओं से निवेदन है कि देश को जातियों में ना बाटें, देश पहले से बहुत बंटा हुआ है। अपने स्वार्थ के लिये इतना भी ना गिरे आप लोग। अमित यादव नाम के यूजर ने लिखा कि अखिलेश यादव जी भी ओबीसी थे, जब उनके आवास को गंगाजल से धुलवाया गया था तब आप कहां थे और तब ओबीसी का सम्मान हुआ था क्या?
@aroonbidlaan यूजर ने लिखा कि ये कौन से पिछड़े है जो बैंको के हज़ारों करोड़ लेकर उड़ गए और पिछड़े (OBC) कहलाये जाते है? शर्म बेच खायी है सत्ता के नशे में भाजपाइयों ने, अब गलत को गलत कहना भी मना है? कुलदीप सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि गंगा जल से मुख्यमंत्री आवास धुलवाने वाले आज OBC सम्मान की बात कर रहे हैंl आशुतोष नाम के यूजर ने लिखा कि पिछड़ों के साथ अन्याय जितना आपकी पार्टी ने किया है उतना किसी और पार्टी ने नहीं किया, हाथरस और उन्नाव की घटना तो आपको भी याद होगी।
बता दें कि राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए ‘सारे मोदी चोर हैं’ टिप्पणी की थी। इस मामले में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है, हालांकि उन्हें जमानत मिल गई है लेकिन उनकी लोकसभा सदस्यता चली गई। 25 मार्च को एक प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल गांधी ने कहा है कि वह माफ़ी नहीं मागेंगे, उनका नाम राहुल गांधी गांधी है, सावरकर नहीं।