कांग्रेस को मिल रही लगातार हार के बाद राजस्थान के जयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कांग्रेस के तमाम शीर्ष नेता मौजूद रहे। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा है कि RSS-BJP की नफरत वाली राजनीति के खिलाफ मैं जिंदगी भर लड़ता रहूंगा। साथ ही राहुल गांधी ने पूरे देश पदयात्रा शुरू करने की बात कही है। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि अक्टूबर महीने में कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जाएगी और यात्रा करेगी। ये सब शॉर्टकट से नहीं होने वाला है और ये काम पसीना बहाकर ही किया जा सकता है।
कांग्रेस के नेताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि “मैं आपका हूँ और आप मेरा परिवार…हमें डरने की जरूरत नहीं है।” राहुल गांधी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। आरिफ अली नाम के यूजर ने लिखा कि ‘तब भी कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी ले रही है और हिन्दुत्व के लिए लोग बीजेपी को वोट देते हैं। अब वोट देने का नजरिया लोगों का बदल गया है।’ अजय सिंह वर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जून-जुलाई, अगस्त-सितम्बर में क्या करेंगे।’
राजेंद्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘2014 से आज 2022 आ गया, इन्हें इस बीच जनता के बीच जाने के लिए न कोई बस मिली न ट्रेन, पैदल इनसे चला नहीं जाता। अब हो सकता है कोई कंपनी इन्हें बैट्री रिक्शा दे रही हो अक्टूबर महीने में, जिसमें बैठकर ये जनता के बीच जाएंगे।’ आदित्यनाथ मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सुबह उठकर शाखा जाना शुरू कर दो, भला होगा।’
एक यूजर ने लिखा कि ‘पसीना बहाने के लिए मई-जून ठीक नहीं है? अक्टूबर क्यों?’ पंकज कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जब तक EVM है, कुछ भी करने से कुछ भी नहीं होगा।’ शाहरुख नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर इसका ठीक से पालन हो तो कांग्रेस का उदय होगा वरना नहीं। जगदीश भाटिया नाम के यूजर ने लिखा कि ‘क्या लगता है पदयात्रा करेगी कांग्रेस?’
अनुपम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अभी शुरू कर लेते, पसीना बहाने लायक ही मौसम है।’ अरुषा राठौर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कांग्रेस का ये प्रयास सही है,अब ये देखना है कि जनता इसे कितना कारगर सिद्ध करेगी।’ पिंटू नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अब गांव-गांव कस्बे-कस्बे में जाकर जनता का दुःख-दर्द सुनकर, गुस्सा झेलकर ही बदलाव आएगा।’