कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने पर विपक्षी दाल एकजुट होकर पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने अपनी पार्टी के लोगों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने एक ट्ववीट के जरिये उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के मामले में कांग्रेस द्वारा अपील क्यों नहीं की गई? कांग्रेस नेता द्वारा किये गए इस ट्ववीट पर सोशल मीडिया यूज़र्स चुटकी लेते हुए कई तरह के जवाब दे रहे हैं।
आचार्य प्रमोद ने उठाये सवाल
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद सोशल मीडिया के जरिये अक्सर ही अपने पार्टी के कई नेताओं पर सवाल उठा देते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के मामले में ट्ववीट किया,’पार्टी प्रवक्ता के लिये एक घण्टे में सुप्रीम कोर्ट पहुंचने वाली पार्टी अपने सबसे बड़े नेता के लिये एक हफ़्ते में एक अपील दाखिल भी ना कर पायी।’ अब इस ट्ववीट पर लोग कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोगों ने चुटकी ली तो वहीं कुछ यूजर्स ने कहा कि सवाल बिल्कुल वाजिब है।
सोशल मीडिया यूज़र्स ने कांग्रेस ने ट्वीट पर दिए ऐसे जवाब
@HarishKhuranna नाम के एक ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया- यही बात तो हम बोल रहे है आचार्य प्रमोद जी। सूरत कोर्ट में भी कोई बड़ा वकील नहीं गया शायद। मुझे लगता है कांग्रेस के लोग ही राहुल गांधी को निपटाना चाहते हैं। @ChitranjanGaga1 नाम के एक यूजर लिखते हैं कि निचली अदालत का फैसला देखने के बाद यह जरूरी नहीं की अपील कोर्ट से राहत मिल हीं जाए। @irajendrashukla नाम के एक यूजर ने हंसने वाली इमोजी के साथ लिखा गया,’लगता है तपस्या में कोई कमी हो गई होगी।’
@rathi_aman नाम के एक यूजर ने कहा- आपका दुःख भी काफी अहसहनीय हैं. न कुछ जी भर के बोल पा रहे हैं.. और जो हो रहा है न उसको देख पा रहे हैं। @pandittnitesh नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि आप हमेशा बीजेपी की तरफ़ से बैटिंग क्यों करते हो? @Anshulk19Anshul नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि अरे आचार्य जी ये क्या बोल गए आप, सारी प्लानिंग की पोल क्यों खोल रहे हो? @jayeshvmehtaनाम के एक यूजर ने लिखा- आप अभी तक समझ ही नहीं पा रहे हैं, लगता है कांग्रेस में आपको कुछ बताया ही नहीं जाता है।
जानकारी के लिए बता दें कि ‘मोदी सरनेम’ को लेकर राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी मामले में सूरत कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा सुनाई। जिसके बाद उनके संसद की सदयस्ता रद्द कर दी गई। अब इस मामले को लेकर कई विपक्षी दल कई तरह के सवाल उठाते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर असम पुलिस ने पीएम नरेंद्र मोदी के पिता खिलाफ विवादित बयानबाजी करने के मामले में गिरफ्तार किया था। कुछ देर बाद ही कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी, जहां से उन्हें जमानत मिल गई थी।