राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था। चिंतन शिविर के आखिरी दिन पार्टी ने भविष्य के लिए कई फैसले पर मुहर लगाई। इसी बीच कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कांग्रेस सांसद व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ एक तस्वीर शेयर कर उन्हें लोकतंत्र का संरक्षक बताया। इस बार कुछ सोशल मीडिया यूजर्स चुटकी लेते हुए कमेंट करने लगे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने शेयर की यह तस्वीर : रागिनी नायक ने राहुल गांधी के साथ एक सेल्फी शेयर करते हुए कमेंट किया कि लोकतंत्र के संरक्षक, संविधान के संरक्षक, जनता की उम्मीद और देश की उम्मीद। मेरे नेता राहुल गांधी जी। कुछ यूजर्स ने सवाल किया है कि इस चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस में कितना बदलाव आएगा? वहीं कुछ लोगों ने चुटकी लेते हुए कमेंट्स किए हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं : सूर्यवंशी नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि कांग्रेस के 3 दिन के चिंतन शिविर से इतना तो स्वयं सिद्ध हो गया कि, गांधी परिवार की गुलामी की बेड़ियां तोड़ना कांग्रेसियों के बस की बात नहीं है। बृजेश सिंह नाम के एक यूजर लिखते हैं कि कांग्रेस के अंदर लोकतंत्र, संविधान… ये सब बेमानी भरे शब्द हैं। अमित नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं – मैडम आपके प्रिय नेता को इन चार विषय पर एक हिंदी निबंध लिखने को बोलिए। एक अन्य ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया, ‘ जिसकी खुद की कोई उम्मीद नहीं, देश को उससे क्या उम्मीद?’
रवि नाम के इस यूजर कमेंट करते हैं कि जिसे खुद नहीं पता हो कि आगे क्या करना है, उसे आप देश की उम्मीद बता रही हैं। कृष्ण नाम के यूजर सवाल करते हैं – देश की उम्मीद गांधी नाम से क्यों नहीं हटती? कांग्रेस गांधी फैमिली की प्रॉपर्टी हो गई है। दीपक यादव नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ राहुल गांधी केवल कांग्रेस वालों के ही नेता हो सकते हैं, उन्हें देश की जनता अपना नेता नहीं मानती।’
स्वामी नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि अगर राहुल गांधी देश के नेता होते तो इतने दिनों से सत्ता से बाहर ना होते। कुछ तो सोच कर बोला करिए मैडम। वीर बहादुर नाम के एक यूजर ने लिखा कि लोकतंत्र क्या कहता है, किसी भी परिवार में अगर सदस्य पीएम बन जाए तो सदियों सदियों तक उसके परिवार के सदस्य पीएम बनने के अधिकारी हैं? और यही कांग्रेस का लोकतंत्र है।