कांग्रेस ने 26 मार्च को महात्मा गांधी की समाधि पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ का आयोजन किया, यह सत्याग्रह राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के विरोध में आयोजित किया गया। इस ‘संकल्प सत्याग्रह’ में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव प्रियंका गांधी, जयराम रमेश के साथ साथ कई बड़े नेता शामिल हुए। इस संकल्प सत्याग्रह को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार और प्रधानमंत्री पर कई हमले किए।
परिवारवाद पर क्या बोलीं प्रियंका गांधी ?
प्रियंका गांधी ने ‘संकल्प सत्याग्रह’ को संबोधित करते हुए कहा कि आप (बीजेपी) ‘परिवारवाद’ की बात करते हैं, मैं पूछना चाहती हूं कि भगवान राम कौन थे? क्या वे ‘परिवारवादी’ थे, या पांडव ‘परिवारवादी’ सिर्फ इसलिए थे क्योंकि वे अपने परिवार की संस्कृति के लिए लड़े थे? क्या हमें शर्म आनी चाहिए कि हमारे परिवार वालों ने देश की जनता के लिए लड़ाई लड़ी? मेरे परिवार ने इस देश के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा है!
मेरी मां, पिता का अपमान किया गया, मैंने कुछ नहीं कहा- प्रियंका गांधी
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे लोगों को संसद से अयोग्य नहीं ठहराया जाता है, उन्हें जेल नहीं भेजा जाता है और उन्हें वर्षों तक चुनाव लड़ने से नहीं रोका जाता है, जिन्होंने कई बार मेरे परिवार का अपमान किया है, लेकिन हम चुप रहे। उन्होंने आगे कहा कि मेरे पिता का संसद में अपमान किया गया, मेरे भाई को मीर जाफर जैसे नाम दिए गए। आपके मंत्रियों ने संसद में मेरी मां का अपमान किया है। आपके एक सीएम ने कहा कि राहुल गांधी को यह भी नहीं पता कि उनके पिता कौन हैं, लेकिन इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@drumesh54 यूजर ने लिखा कि राम जी, पांडव और अन्य बहुत सारे राजशाही व्यवस्था में परिवादी के साथ राष्ट्रवादी थे। राम जी या महाभारत काल से तुलना करते समय इतिहास, सामाजिक मूल्य समझ लेने चाहिए। एक यूजर ने लिखा कि अरे राम जी का तो अस्तित्व नहीं है कहने वाली कांग्रेस अब अपने परिवार की तुलना भगवान जी के परिवार से क्यों कर रही है, ठीक है कहते है लोग, मोदी हैं तो मुमकिन हैं। @dr_strrange_ यूजर ने लिखा कि वनवास सबको झेलना पड़ा है चाहे भगवान राम हों या पांडव।
मंगेश नाम के यूजर ने लिखा कि कितना अच्छा वक्त चल रहा है ना कि कांग्रेस पार्टी भगवान श्री राम और पांडवों की बात कर रही है इससे, अच्छा और क्या होगा सनातन धर्म के लिए। अमित नाम के यूजर ने लिखा कि इसे कहते है कुतर्क, अगर त्रेता और द्वापर के सिद्धांतो पर चले तो कांग्रेस फिर बचेगी ही नहीं और ये क्या बताएंगी परिवार के बारे में, देश जनता है कि किस स्वार्थ में ये ऐसी बाते बोल रही हैं। एक यूजर ने लिखा कि कांग्रेस के लिए भगवान राम काल्पनिक हैं तो प्रियंका गांधी जी उनका उदाहरण क्यों दे रही हैं?