बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Prof Chandra Shekhar) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर विवादित बयान दिया गया। जिसके बाद से ही सियासी पारा हाई हो गया। बयान पर मचे बवाल के बीच चंद्रशेखर ने कहा कि वह अपने बयान पर अडिग हैं। इस विषय पर टीवी चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक पर बहस हो रही है। वहीं एंकर अमन चोपड़ा (Anchor Aman Chopra) ने भी इसको लेकर एक ट्वीट किया तो सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के कमेंट करने लगे।
अमन चोपड़ा ने किया ऐसा ट्वीट
एंकर अमन चोपड़ा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा कि, “चंद्रशेखर की तरह नूपुर शर्मा ( (Nupur Sharma) को भी सफाई का मौका मिलना चाहिए था।” एंकर द्वारा किए गए इस ट्वीट पर कुछ लोग उनकी बातों का समर्थन करते हुए कमेंट कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने एंकर पर कटाक्ष करते हुए कई तरह के रिएक्शन दिए हैं।
सोशल मीडिया यूज़र्स के रिएक्शन
@Rohit75262949 नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि आप बिलकुल सही कह रहे हैं, अफसोस की बात है कि हिंदू धर्म के बारे में बोलने वाले सारे के सारे हिंदू ही हैं। @DharendraDr नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- उनको ही नहीं, तुम २०२४ तक रुक जाओ, तुम्हें भी सफ़ाई के खूब मौक़े मिलेंगे! डरो मत! @DrRupani नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि नूपुर को सफ़ाई देने का केवल एक उचित प्लेटफार्म था और है, अदालत। नूपुर को स्वयं अदालत से रिक्वेस्ट करनी चाहिए कि जल्दी ऑनलाइन ट्रायल हो।
@MahenderTweets नाम के एक यूजर ने लिखा कि तो मोदी, शाह और नड्डा को टैग करके कहो! पूछो, क्यों पार्टी से निकाला? @Dubeysonuji नाम के एक यूजर ने लिखा,”नुपुर शर्मा को आपने उस दिन के बाद ट्विटर फेसबुक या घर के बाहर देखा क्या? वो घर में कैद हैं और किसी को कोई जानकारी नहीं है। घर में भी है या नहीं, कोई अता – पता नहीं? घर से निकलते ही सर कलम वाले सिर कलम कर देंगे। सफाई का मौका छोड़िए जान से हाथ धो बैठेंगी। @simran_waliya नाम के एक यूजर ने पूछा- फ्रिंज एलिमेंट किसने कहा है? पत्रकार फ्रिंज एलिमेंट के पक्ष में कब से बोलने लग गए।
नूपुर शर्मा ने जून 2022 में एक टीवी डिबेट में पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) को लेकर विवादित बयान दिया था। नूपुर शर्मा के इस बयान पर देश में कई जहा हिंसा हुई थी। जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निकल दिया था। वहीं, विवाद बढ़ने के बाद नूपुर शर्मा ने माफ़ी मांग ली थी लेकिन उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थी। जानकारी के लिए बता दें कि नूपुर पर कई राज्यों में केस भी दर्ज किये गए हैं।