लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को ”यूपी में का बा” गायन के लिए यूपी पुलिस ने नोटिस दे दिया, इसके बाद से ही वह लगातार सरकार और पुलिस पर हमला बोल रही हैं। एक डिबेट शो के दौरान नेहा सिंह राठौर, कवियत्री अनामिका अंबर और कन्हैया मित्तल शामिल हुए थे। इस शो में जब नेहा सिंह राठौर से सवाल पूछा गया कि माफियाओं पर हो रही कार्रवाई के समर्थन में हैं या नहीं? इस पर वह भड़क गई।
किस सवाल पर भड़कीं नेहा सिंह राठौर?
R. भारत चैनल पर चल रहे डिबेट शो में नेहा सिंह राठौर से एंकर ने पूछा कि क्या माफिया आपके लिए मुद्दा नहीं है? माफियाओं के खिलाफ हो रहे एक्शन को नेहा सिंह राठौर ठीक मानती हैं या गलत? इस सवाल को सुनते हुए नेहा सिंह भड़क गईं। उन्होंने कहा कि मेरे गाने में एक लाइन बता दीजिये, जहां मैंने माफियागीरी को प्रमोट करने की बात कही हो। अगर मैं सरकार से सवाल पूछ लूं तो मैंने माफिया के साथ खड़ी हो गई?
“मुझसे इस तरह के सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए”
नेहा सिंह राठौर ने कहा कि मुझसे ये सवाल ही नहीं पूछा जाना चाहिए। आप लोग ऐसे दिखाना चाहते हैं कि बुलडोजर चलने से मुझे दुःख हो रहा है। मैं फालतू सवालों के जवाब ही नहीं देना चाहती। मुझसे ये सवाल पूछा ही नहीं जाना चाहिए। नेहा सिंह ने पूछा कि क्या मैं आपको मैं माफिया लगती हूं, आपको मेरी हिस्ट्री और बैकग्राउंड पता है क्या? आप मुझसे ये सवाल नहीं पूछ सकते कि क्या मैं माफिया के साथ खड़ी हूं?
‘कन्हैया मित्तल और अनामिका जैन अंबर को मिलती है फंडिंग’
गायक कन्हैया मित्तल ने कहा कि हर कलाकार को TRP का मोह होता है, ‘यूपी में का बा’ जिस तरह से प्रमोट किया गया, इसी लिए इसका पार्ट 2 बनाई हैं। पहले पार्ट के बाद वह इंतजार कर रही थीं कि कब कुछ ऐसा माहौल हो और मिर्च मसाला लगाकर उसे पेश कर दें। अगर हम TRP के चक्कर में कुछ भी लेकर आ रहे हैं तो इस पर आई नोटिस को भी हमें खुद ही झेलना है। इसके बाद नेहा सिंह राठौर ने आरोप लगाया कि इन लोगों को पार्टी फंडिंग करती हैं, इवेंट में बुलाती है तो इनकी उनके पक्ष में गाने/बोलने की मजबूरी है। इस पर अनामिका अंबर भड़क गई।
अनामिका अंबर ने दिया ये जवाब
अनामिका अंबर ने कहा कि जो फंडिंग की बात कर रहे हैं, तो मैं बता दूं कि मैं उस वक्त से मंचों पर हूं, जब आपको कविता का का भी नहीं पता रहा होगा। 20 साल कविता पाठ कर रही हूं, अपनी कविता और अपनी लेखनी के दम पर यहां तक पहुंची हूं। तब हमने यूपी में का बा और यूपी में बाबा बा गाकर इवेंट बुक नहीं किये थे। किसी के बारे में बोलने से पहले आपको सोच लेना चाहिए। हम इस तरह के गीत लेकर अचानक विवादों में आकार लाइमलाइट में नहीं आये, सालों की मेहनत और तपस्या है इसके पीछे।