अक्सर अपने विवादित बयानों से चर्चा में बने रहने वाले नेशनल कांफ्रेंस के विधायक जावेद राणा ने इस बार भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए धमकी भरे लहजे में कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर में अगर अनुच्छेद 35 ए में कोई बदलाव किया गया या यदि धारा 370 समाप्त कर दिया गया, तो यहां तिरंगा नहीं दिखेगा। जम्मू-कश्मीर में हिंदुस्तान के झंडे का नामो-निशान नहीं रहेगा। न रहेगी बांस, न बजेगी बांसुरी। जम्मू-कश्मीर भारत से अलग हो जाएगा। बता दें कि जावेद राणा उस नेशनल कांफ्रेंस के विधायक हैं, जिसके प्रमुख फारूख अब्दुल्ला हैं।

जम्मू-कश्मीर के मेंधर के छूगा गांव में जनसभा में उन्होंने कहा कि, “हम सभी लोगों को धारा 370 की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए। इस धारा के वजह से ही यहां के लोगों को नौकरियां मिल रही है। धारा 370 की वजह से ही यहां के लोगों को विशेष अधिकार प्राप्त है। उनकी संपत्ति बची हुई है। यदि यह समाप्त हो गया तो सबकुछ समाप्त हो जाएगा। अमीर लोग यहां आकर पैसे के बल पर सब खरीद लेंगे। धारा 370 की वजह से ही हमारा संबंध भारत के साथ है। यदि 370 खत्म हो जाता है तो हमार संबंध भारत से खत्म हो जाएगा। जब भारत के साथ संबंध ही नहीं रहेगा तो यहां हिंदुस्तानी झंडा कैसे फहरेगा। उस झंडे का क्या काम रह जाएगा।”

यह पहली बार नहीं है जब जावेद राणा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने पत्थरबाजी को लेकर कहा था कि कश्मीर में पत्थर फेंकने के लिए मोदी सरकार पैसे दे रही है। कुछ पत्थरबाज सरकारी एजेंसियों और आरएसएस की उपज हैं। सरकारी एजेंसियां ही राज्य में आतंकवाद को जन्म दे रही है। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाहौर में तिरंगा फहराने की चुनौती दी थी। कहा था कि लाइन ऑफ कंट्रोल के पास रहने वाले कुचले जा रहे हैं। अगर पीएम मोदी में साहस है तो उन्हें लाहौर जाकर तिरंगा फहराना चाहिए या फिर कश्मीर छोड़ देना चाहिए। राणा सुरक्षा बलों के खिलाफ भी गलत बयानबाजी कर चुके हैं।