दिल्ली के राष्ट्रपति भवन के मुग़ल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदल कर अब अमृत उद्यान (Amrit Udyan) कर दिया गया है। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय सिंह ने यह जानकारी दी है कि राष्ट्रपति ने निर्णय लिया है कि मुगल गार्डन की पहचान अब ‘अमृत उद्यान’ के रूप में होगी। इस फैसले के बाद से ही मुगल गार्डन के नाम वाला बोर्ड बुलडोजर से हटा दिया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मुग़ल गार्डन का नाम बदले जाने पर भी लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
मुग़ल गार्डन वाला बोर्ड हटाने के लिए पहुंचा बुलडोजर
मुग़ल गार्डन का नाम बदले जाने के फैसले के बाद NDMC के कर्मचारी ‘मुग़ल गार्डन’ का बोर्ड हटाने के लिए बुलडोजर से पहुंचे। मुगल गार्डन का नाम बदल कर वहां अमृत उद्यान नाम वाला बोर्ड लगा दिया गया। इतना ही नहीं, मुग़ल गार्डन के अंदर लगे बोर्ड पर लिखे नाम को भी बदलकर अमृत उद्यान कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया, “अमृतकाल में ‘गुलामी की मानसिकता’ से बाहर आने के क्रम में मोदी सरकार का एक और ऐतिहासिक फैसला, राष्ट्रपति भवन में स्थित “मुगल गार्डन” अब “अमृत उद्यान” के नाम से जाना जाएगा।” @PiyushTiwariNew यूजर ने लिखा कि बुल्डोजर से मिटाई गई मुगल गार्डन के नाम की निशानी, दिल्ली में यूपी वाले बाबा का बुलडोजर याद आ गया। @pradip103 यूजर ने लिखा कि देश में घुसपैठ करके लाखों हिंदुओं को मारने वाले मुग़लों के नाम पर राष्ट्रपति भवन के बगीचे का नाम रखा हुआ था। ख़ुशी की बात है कि आज वो नाम मुग़ल गार्डन से अमृत उद्यान हो गया लेकिन दुख की बात यह है कि इस फ़ैसले के लिए भारत को हज़ारों साल लग गये।
@DuttYogi यूजर ने लिखा कि लाला लाजपतराय जी की जयंती के मौके पर राष्ट्रपति भवन के “मुगल गार्डन” का नाम बदलकर “अमृत उद्यान” करने का फैंसला गुलामी की जंजीरों से आजाद होने जैसा अहसास कराता है। @IamAjaySehrawat यूजर ने लिखा कि राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अब “अमृत उद्यान” के नाम से जाना जाएगा, आपका वोट भारत का गौरव शाली इतिहास लिख रहा है। @anantvijay यूजर ने लिखा कि मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान हुआ। सड़कों पर भी सरकार का ध्यान जाए। यहां बता दें कि राष्ट्रपति भवन के गार्डन में नाम बदलने के अलावा कई तरह के बदलाव किए गए हैं।
बता दें कि मुग़ल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदले जाने की मांग काफी समय से हो रही थी, मांग करने वाले लोगों ने इस फैसले पर ख़ुशी जताई है। बता दें अमृत उद्यान (Amrit Udyan, Rashtrapati Bhavan) को आम जनता के लिए खोलने का आदेश देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने दिया था। 15 एकड़ में फैले गार्डन का निर्माण अंग्रेजों द्वारा करवाया गया था।