ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन (All India Imam Association) के अध्यक्ष और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी (Maulana Sajid Rashidi) अक्सर ही विवादित बयान देते रहते हैं। इन्होने हाल में ही सोमनाथ मंदिर (Somnath Mandir) को कहा कि महमूद गजनवी (Mahmud Ghaznavi Somnath Mandir) ने मंदिर तोड़कर गलत नहीं किया क्योकि वहां गलत काम होता था। मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी के इस बयान सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) भड़क गए। लोगों का कहना है कि सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वालों को सजा मिलनी चाहिए।
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने दिया था ऐसा बयान
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने इतिहास पर सवाल उठाते हुए कहा,”महमूद गजनवी ने मंदिर तोड़कर कुछ गलत नहीं किया था। ऐसा इसलिए क्योकि महमूद गजनवी को जानकारी दी गयी थी कि वहां पर आस्था के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा था और देवी-देवता के नाम पर कुछ भी किया जा रहा था। वहां पर लड़कियों को गायब कर दिया जाता है।”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए साजिद रशीदी ने दावा किया कि गलत काम की जानकारी होने के बाद गजनवी ने वहां बाकायदा मुआयना करवाया और सीआईडी भेजी। जब बात सही निकली तो उन्होंने मंदिर में चढ़ाई नहीं की, उन्होंने मंदिर को तोड़ने का काम नहीं किया। वहां जो गलत काम हो रहे थे, उन्हें खत्म करने का काम उन्होंने किया।
सोशल मीडिया पर यूं भड़के लोग
@anil_nagrik नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि देश ने चाणक्य, विदुर जैसे नीति निर्माताओं के ज्ञान को नहीं अपनाया .. तभी मोहम्मद गजनवी के समर्थक सोमनाथ मंदिर का अपमान करने की दुष्टता करते है। “शठे शाठ्यम समाचरेत्” की नीति ही राष्ट्रहित में है। @madhursriv3 नाम के यूजर द्वारा लिखा गया- ऐसे लोगों के खिलाफ कभी कार्यवाही क्यों नहीं होती? क्या ये सब कानून से ऊपर हैं? @sarita25148177 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- पाकिस्तान में दाने – दाने को मर रहे हैं और भारत में इन्हें पच ही नहीं रहा है। इसलिए इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं।
मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने राम मंदिर से दिया था ऐसा बयान
मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने कुछ दिन पहले राम मंदिर को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था,”आज मुसलमान खामोश है, मेरी आने वाली नस्ल, मेरा बेटा, मेरा पोता, उसका पोता, 50 साल, 100 साल के बाद जब हिस्ट्री उनके सामने आएगी कि हमारी मस्जिद को तोड़कर मंदिर बना दिया गया। क्या इस मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई जाएगी? बिल्कुल बनाई जाएगी।”