दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं। सीबीआई के बाद ED ने भी सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। इन सबके बीच मनीष सिसोदिया का संदेश ट्विटर के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। मनीष सिसोदिया के ट्विटर अकाउंट से 11 मार्च को एक ट्वीट किया गया जिसमें उन्होंने लिखा है कि जेल में डालकर मुझे कष्ट पहुंचा सकते हैं लेकिन मेरे हौसले नहीं तोड़ सकते।
जेल से मनीष सिसोदिया ने दिया संदेश
मनीष सिसोदिया के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया है कि साहेब जेल में डालकर मुझे कष्ट पहुँचा सकते हो, मगर मेरे हौसले नहीं तोड़ सकते। कष्ट अंग्रेजो ने भी स्वतंत्रता सेनानियों को दिए, मगर उनके हौसले नहीं टूटे। इस ट्वीट को जेल में बंद मनीष सिसोदिया का संदेश बताया गया है, जिसपर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@GhanendraB यूजर ने लिखा कि यह आजादी की दूसरी लड़ाई उन लोगों के खिलाफ हैं, जो फिर से देश को एक विशेष विचारधारा का गुलाम बनाना चाहते हैं, राष्ट्र बचाने के लिए आपका संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा, देश का हर आदमी आज आपके साथ देश बचाने की लड़ाई में खड़ा है। @TajinderSTS यूजर ने लिखा कि भ्रष्टाचार के दोष में जेल यात्रा करने वाला आज खुद को स्वतंत्रता सेनानी बता रहा है, देख रहे हो विनोद? @NeerajPathakNRJ यूजर ने लिखा कि मनीष सिसोदिया आप रिश्वत खोरी , हवाला और शराब की दलाली में जेल में हो, स्वाधीनता सेनानियों का अपमान मत करो।
@manishssethia यूजर ने लिखा कि मनीष सिसोदिया साहब की कलाकारी का जवाब नहीं, कभी शिक्षा मंत्री बन जाते हैं तो कभी भक्त प्रह्लाद और आज स्वतंत्रता सेनानी बन गए हैं। @Ramraajya यूजर ने लिखा कि मनीष सिसोदिया जी, हम चाहते आपके लिए आवाज उठाये पर तभी बहन बिलकिस बानों के बलात्कारियों की रिहाई के सवाल पर आपके जवाब याद आ जाते हैं। @iasaltaf5 यूजर ने लिखा कि स्वतंत्रता सेनानियों से तुलना करना सही नहीं है, तब की हालत बहुत अलग थी। आप बेकसूर होंगे तो बाहर जल्दी आ जाएंगे।
बता दें कि ED दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितता मामले में मनीष सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड कोर्ट से मांगी थी लेकिन कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की 7 दिन की रिमांड दी है। इससे पहले मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था कि आज तक सुना था कि देश में स्कूल खुलते हैं तो जेल बंद होते है; लेकिन अब इन लोगो ने तो देश में स्कूल खोलने वालों को ही जेल में बंद करना शुरू कर दिया।