मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Election) होने वाले हैं, चुनाव से पहले सरकार और संगठन में परिवर्तन की चर्चाएं खूब हो रही हैं। इसी बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि वह खुद को लेकर कोई फैसला नहीं कर सकते, संगठन जो भी जिम्मेदारी देगा वह उसे निभायेंगे। शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा है कि वह भाजपा के एक आम कार्यकर्ता हैं।
क्या बोले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री?
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan, CM, Madhya Pradesh) ने एक इंटरव्यू में यह भी कहा है कि मैं अपने बारे में कोई फैसला खुद नहीं कर सकता, मैं तो पार्टी के कार्यक्रम में दरी बिछाने के लिए भी तैयार हूं। एक अच्छा कार्यकर्ता वही होता है तो खुद को लेकर कोई फैसला खुद ना करे। यह सब पार्टी पर छोड़ देना चाहिए कि किस पद और कौन सा कार्यकर्ता अच्छा काम कर सकता है। चुनाव पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे लिए हर साल चुनावी साल होता है, हम हमेशा इसकी तैयारी करते रहते हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर लोग शिवराज सिंह चौहान के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @prabhat_sharmaa यूजर ने लिखा कि दरी नहीं, अब तो कुर्सियां लगती हैं। @Virendr21982820 यूजर ने लिखा कि नहीं नहीं, कैबिनेट मंत्री के तौर पर केन्द्र में शामिल करने की खबर है और दरी नहीं बिछानी पड़ेगी। @BihariBhai75 यूजर ने लिखा कि आप तो चार बार के सीएम हो फिर ऐसा क्यों करोगे? असल में भाजपा दो लोगो की पार्टी है नंबर एक और नंबर दो की।
@Akhiles39854022 यूजर ने लिखा कि इनको पता चल चुका है कि अब समय दूर नहीं है,इसलिए दरी बिछाने की बात कर रहे हैं। @Hemsbhatt9 यूजर ने लिखा कि क्यों नाटक करते हो यह सिर्फ बोलने में अच्छा लगता हैं? फिर छोड़ो सरकारी बंगला, महंगी गाड़ी, एसी वाले ऑफिस, चोपर में घूमना। @AyushT59237118 यूजर ने लिखा कि अरबों, खरबों की अगर मेरी भी संपत्ति बन जाए तो मैं भी आराम से दरी बिछा लूंगा। @Rahulka18622072 यूजर ने लिखा कि अब आप केंद्र की राजनीति कीजिए ताकि नए लोगों को मौका मिले।
इससे पहले जब शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan, BJP) को भाजपा की संसदीय बोर्ड से बाहर किया गया था, तब भी शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मुझे बिलकुल भी अहम नहीं है कि मैं ही योग्य हूं। पार्टी मुझे दरी बिछाने का काम देगी तो राष्ट्र हित में यह भी करूंगा। शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा था कि किसी की राजनीति में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं होना चाहिए। भाजपा एक विशाल परिवार है। इसके प्रवाह में कोई आगे बढ़ता है तो कोई बाहर आता है।