मैनपुरी लोकसभा चुनाव (Mainpuri Bypoll) में एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की तरफ जमकर प्रचार किया जा रहा है। शिवपाल यादव (Shivpal Yadav), अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और डिंपल यादव (Dimple Yadav) समेत सपा के तमाम नेता वोट मांग रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी लोगों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। 27 नवंबर को मैनपुरी पहुंचे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी तंज कसा है।
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर कसा तंज
सभा को संबोधित करने के बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने एक ट्वीट किया, उन्होंने लिखा कि मैनपुरी (Mainpuri) में सपा की हालत पतली, साइकिल को जनता ने नकार दिया है। श्री अखिलेश यादव जी बौखलाहट के कारण कुंठा ग्रस्त हो गए हैं, इनके बयानों में गंभीरता नहीं है। सपा करारी पराजय के लिए तैयार रहे। केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@Abhiman10444348 यूजर ने लिखा कि समझदार लोग कम बोलते हैं और समय का इंतजार करते हैं, केशव प्रसाद मौर्य जी आप भी समय का इंतजार करें, यही आपकी सेहत के लिए अच्छा होगा। @BabbuYadava यूजर ने लिखा कि ईमानदारी से मतदान और गिनती हो जाए उसके बाद देखियेगा। @AhmadIshahak यूजर ने लिखा कि मैनपुरी में सपा की हालत उतनी ही पतली है जितनी सिराथू सहित कौशांबी की तीनों सीटों पर भाजपा की हालत टाइट थी, काश अगर आपके बयानों में गंभीरता होती।
@Shubham97086930 यूजर ने लिखा कि घबराहट तो किसको हो रही है, दिख रहा है। बाकी मैनपुरी की बात है तो साइकिल थी, साइकिल है, साइकिल ही रहेगी। @helponnet यूजर ने लिखा कि अभी तो वोटिंग हुई नहीं तो कैसे नकार दिया जनता ने? @AnuragD25056875 यूजर ने लिखा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री रघुराज सिंह शाक्य जी को सर्व समाज का समर्थन मिल रहा है।
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) सांसद थे। उनके निधन के बाद इस सीट पर लोकसभा उपचुनाव हो रहा है। समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है और भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) को टिकट दिया है। अखिलेश यादव इस सीट को जीतने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने नाराज चल रहे चाचा को अपने साथ कर लिया है, यही बीजेपी की सबसे बड़ी टेंशन मानी जा रही है।