सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी चर्चा में है। यह तस्वीर एक अस्तपाल की है, जिसमें हवन चल रहा है। तस्वीर इसलिए चर्चा में आ गई क्योंकि एक व्यक्ति ने ट्वीट कर दावा किया है कि हवन के धुएं से सांस के मरीजों को परेशानी हो रही है। अस्पताल की तरफ से इस पर जवाब भी दिया गया है हालांकि सोशल मीडिया पर लोग इस पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
पत्रकार वर्गीस के जॉर्ज ने अस्पताल में हो रहे हवन की तस्वीर शेयर कर लिखा है कि हमें भगवान ही बचाए. सेंट्रलाइज्ड एसी वाले मणिपाल अस्पताल, द्वारका में, सांस लेने में तकलीफ वाले एक मरीज के साथ हूं। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हुई, लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट करने लगे तो अस्पताल की तरफ से भी जवाब आया।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@rejitweets यूजर ने लिखा कि अगर दवाई फेल हो गई तो पूजा हमें बचा सकती है. @Abdurkitabi यूजर ने लिखा कि केरल में अधिकांश ईसाई मिशन अस्पताल 24/7 के माध्यम से ईसाई भक्ति गीत बजाते हैं। @mirshuaibrehman यूजर नेलिखा कि सोचिये कि यहां इसी तरह नमाज हो रहा होता तो? @kochattil यूजर ने लिखा कि मणिपाल अस्पताल में हवन किए जाने पर इन्हें आपत्ति है। रोगी के बारे में पूछे जाने पर, इस संपादक का दावा है कि उन्होंने उनमें से कुछ को ओपीडी में खाँसते देखा। इनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है, इन्हें बस हिंदुओं से दिक्कत है।
एक यूजर ने लिखा कि अब इस देश में हिंदू शांतिपूर्वक तरीके से हवन भी नहीं सकते, लाओ मेरी टोपी अब मैं नमाज पढ़ने चला. @MEAInd यूजर ने लिखा कि इस अस्पताल का फ़ायर अलार्म के धुएं बावजूद नहीं बजा। यानी अस्पताल में आग लगी तो अलार्म नहीं बजेगा। जान-माल का बड़ा नुक़सान हो सकता है। दिल्ली सरकार का फ़ायर डिपार्टमेंट संज्ञान ले।
हॉस्पिटल ने दिया ऐसा जवाब
पत्रकार द्वारा शेयर की गई फोटो पर मणिपाल हॉस्पिटल ने जवाब दिया कि हम आपको हुई परेशानी के लिए माफ़ी मांगते हैं। कृपया हमें अपनी संपर्क जानकारी डीएम करें और हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी। जिस पर पत्रकार वर्गीस के जॉर्ज ने लिखा- रिप्लाई के लिए धन्यवाद, यह कोई मेरी दिक्क्त नहीं है। आप अपने दर्जनों मरीजों को ओपीडी में इसकी वजह से सांस लेने के दौरान हो रही परेशानी को स्वयं ही देख सकते हैं।