मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी के दिन एक मंदिर में हादसा हो गया। इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के मौके पर छत धंसने से 30 से ज्यादा लोग 40 फीट कुएं में गिर गए। इनमें से लगभग 36 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद प्रशासन सवालों के घेरे में हैं। इस घटना को लेकर बरती गई लापरवाही को लेकर लोग सोशल मीडिया पर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक बेसुध महिला को बचाते वक्त रस्सी टूट गई,जिसके बाद वहां मौजूद लोगों की चीख निकल गई।
घटना का वीडियो हो रहा वायरल
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दुर्घटना के बाद, रेस्क्यू टीम के पहुँचने से पहले कुछ लोग कुएं में गिरे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक बेसुध महिला को रस्सी के सहारे कुएं में से निकालने की कोशिश हो रही है, महिला को लेकर एक पुरुष लगभग ऊपर तक पहुंच गया था लेकिन तभी रस्सी टूट जाती है और महिला फिर नीचे जा गिर जाती है। रस्सी टूटते ही वहां मौजूद लोगों की चीख निकल जाती है। इस वीडियो को देखने के बाद लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
शुभम शर्मा नाम के यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा है कि इंदौर में डिजिटल, मॉडर्न, विश्वगुरु फलाना गुरु सरकार का रेस्क्यू ऑपरेशन देखिए। किसी जिंदगी का कोई मोल नहीं है। रस्सी से महिला को जानवरों की तरह खींचा जा रहा था जो वापस 40 फ़ीट नीचे जा गिरी। कांग्रेस नेत्री नेटा डीसूजा ने लिखा कि शिवराज सरकार की लापरवाही ने इंदौर के मंदिर हादसे में 36 की जान ले ली। वहीं जब एक महिला को बाहर निकाला जा रहा था तभी रस्सी टूट गई। अगर CM संवेदनशील होते तो पूरा दिन RSS चीफ & PM मोदी के कार्यक्रमों का जायजा लेने की जगह Indore में आपदा प्रबंधन देख रहे होते।
@VakilKh69109723 यूजर ने लिखा कि तकरीबन 20 साल से बीजेपी की सरकार है और ऐसी अनहोनी के वक़्त बचाओ कार्य के लिए साधन नहीं हैं। @Rickyybehal यूजर ने लिखा कि इनको बोलो कि पहले अपने बीजेपी ऑफिस के लिए 5 स्टार बिल्डिंग्स बना लें, पब्लिक का क्या है वो तो कीड़े मकोड़े जैसे हैं इस देश में, 2–3 लाख देकर हिसाब चुकता कर देंगे। एक यूजर ने लिखा कि घटना के बाद लोग वहां मौजूद सामग्री से ही लोगों को बचाने में लगे हुए थे, तभी यह घटना हुई थी। जब रेस्क्यू टीम पहुंची तो लोगों को बाहर निकाला गया।
बताया जा रहा है कि 47 साल बाद इंदौर में इतनी बड़ी घटना हुई है जिसमें 36 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले 1976 में जहरीली शराब कांड में करीब 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इस घटना को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है।