सोशल मीडिया पर बिहार से एक आईएएस अधिकारी (IAS Viral Video) का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें आईएएस अधिकारी केके पाठक (IAS KK Pathak) मीटिंग के दौरान गाली-गलौज कर रहे हैं। उनके इस वीडियो के सोशल मीडिया (Social Media) पर सामने आते ही लोग तरह-तरह के सवाल कर कर रहे हैं। कुछ यूज़र्स का कहना है कि ऐसे लोग देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा कैसे पास कर लेते हैं।
वायरल वीडियो में क्या है?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि आईएएस अधिकारी केके पाठक (IAS KK Pathak Viral Video) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बैठक ले रहे थे, वहीं वे अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करने लगते हैं। बैठक में गुस्से में दिखाई दे रहे आईएएस अधिकारी केके पाठक कह रहे,”क्या आप लोगों ने चेन्नई की सड़कों पर सिग्नल लाल होने पर किसी भी शख्स को हॉर्न बजाते देखा है लेकिन पटना के बेली रोड पर लोग लाल बत्ती होने पर भी हॉर्न बजाते रहते हैं। मैं डिप्टी कलेक्टरों को देखता हूं अब।”
सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन
@MamtaTripathi80 नाम की एक ट्विटर यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा,”गालीबाज नेता के बाद पेश है गालीबाज धाकड़ IAS अफ़सर, 1990 बैच के बिहार के IAS केकेपाठक, 33 साल से जिस प्रदेश की रोटी खा रहे हैं। वही अब फूटी आंख नहीं सुहा रही है। बिहारियों को जम कर गाली दे रहे। लॉट साहब को बिहार के PCS अधिकार भी बोक्का ही लगते हैं। शराबबंदी के पीछे भी पाठक ही थे” @UtkarshSingh_ नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया- नीतीश कुमार के चहेते IAS अधिकारी के.के. पाठक का मीटिंग के दौरान ‘बिहारियों’ को गलियां देने का वीडियो वायरल।
@manojravi35 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- लेकिन बात तो सही कह रहे हैं। मैं दक्षिण के एक राज्य से यात्रा करके जैसे दिल्ली उतरा, एक बदतमीज़ बिहारी OLA ड्राईवर की बेहूदगी भरी बातों से स्वागत हुआ। आप दक्षिण के लोगों से बात करें तो पता चलता है कि कितनी छवि खराब है उत्तर भारत की। खासकर यूपी-बिहार- दिल्ली की। @searchlite_ind नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि आम जनता के साथ इनकी संवेदनशीलता कितनी होगी इनके व्यवहार से पता चलता है।
जानकारी के लिए बता दें कि केके पाठक मद्यनिषेध आबकारी और निबंधन विभाग के प्रधान सचिव हैं। इसके साथ वह बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान के डीजी भी हैं। गौरतलब है कि इस वीडियो के सामने के बाद लोगों ने उन्हें पद से हटाने की मांग की है।