वैष्णो देवी दर्शन के लिए तय की श्रद्धालुओं की संख्या तो एनजीटी पर भड़के सोशल मीडिया यूजर्स, ऐसे निकाली भड़ास
एनजीटी के फैसले के विरोध में एक यूजर लिखते हैं, 'इस रोक का क्या मतलब है? भविष्य में एनजीटी हिंदू धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लगाने जा रहा है।'

नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) द्वारा एक दिन में केवल पचास हजार श्रद्धालुओं को वैष्णों देवी मंदिर भेजने और नए निर्माण कार्य नहीं होने के आदेश के बाद ट्विटर यूजर्स ने कड़ी नाराजगी जताई है। इस पर कुछ कथित हिंदू संगठनों ने एनजीटी को खत्म या बर्खास्त करने की मांग की है। एक यूजर ने एनजीटी को उखाड़ फेंकने की बात कही है। जबकि एक यूजर लिखते हैं, ‘इस रोक का क्या मतलब है? भविष्य में एनजीटी हिंदू धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लगाने जा रहा है।’ हालांकि एनजीटी के इस फैसले से जम्मू में स्थित कटरा के माता वैष्णो देवी तीर्थस्थान की देखभाल करने वाली श्राइन बोर्ड भी खुश है क्योंकि बोर्ड खुद भी पहले ही रोजाना इस संख्या से अधिक श्रद्धालुओं को दर्शनों करने की अनुमति नहीं दे रहा है।
एनजीटी ने ये फैसला किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए लिया है। एनजीटी ने यह भी कहा है कि वैष्णो देवी में पैदल चलने वालों और बैटरी से चलने वाली कारों के लिए एक विशेष रास्ता 24 नवंबर से खुलेगा। वहीं एनजीटी ने ये भी आदेश दिया है कि मंदिर तक पहुंचने वाले इस नए मार्ग पर घोड़ों और खच्चरों को जाने की इजाजत नहीं होगी, बल्कि इन पशुओं को धीरे-धीरे पुराने मार्ग से भी हटाया जाएगा।
एनजीटी ने संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि कटरा शहर में सड़कों और बस स्टॉप पर थूकने वालों पर 2,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माने को पर्यावरण मुआवजे के नाम दिया गया है। गौरतलब है कि एक एक्टिविस्ट गौरी मौलेखी ने अपनी याचिका में तीर्थस्थल पथ से घोड़ों और खच्चरों को हटाने जाने की मांग की थी। याचिका में कहा गया कि इससे पथ पर चलने वाले यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है। खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों को इस तरह से सवारियों से खासा नुकसान है।
देखें एनजीटी के फैसले पर विरोध जताने वाले ट्वीट्स
Folks who would welcome this step should think hard. This is a dangerous encroachment of Hindu space by secular state. Resist. Do not cheer this move.
— Old_School_Engineer (@a_muglikar) November 13, 2017
You have no clue what is the next step after this. If you are cheering this out of anger towards temple mgmt, then you’re being played.
— Old_School_Engineer (@a_muglikar) November 13, 2017
Gradually but at last they willnt allow to visit at all.
— Rishikesh Kumar (@Rishikumar2017) November 13, 2017
Disobey these orders. Nobody can dictate how many Hindus will visit their temples. NGT can go climb a tree https://t.co/RjaRBv1Z5V
— Jiggs (@Sootradhar) November 13, 2017
Thts exactly wht I was thinking jago hindu bhaiyo jago dharam ki raksha karo
— anju purohit (@shakunir) November 13, 2017
Dear @narendramodi This is not acceptable Request you to please disband NGT Hindus are getting fed up of incompetence of BJP @AmitShah
— Raizada K Bali (@krzbali) November 13, 2017
First of all free Vaisnav Devi temple from clutches of Govt bcoz whatever it gets in donation, Govt keeps it & use it for minorities.
— Makodi Pehalwan (@MakodiPehalwan) November 13, 2017
Time to disband the #NGT and sack the anti Hindu bigots ruling the roost!
— Girish Podar (@GirishPodar) November 13, 2017