जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने बीजेपी को मुगलों का औलाद बताया तो असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने पलटवार किया। उन्होंने हाल में दिए गए एक टीवी इंटरव्यू के दौरान महबूबा मुफ्ती जमकर हमला बोला। वहीं, सोशल मीडिया यूज़र्स ने हिमंता बिस्वा सरमा के जवाब पर कई तरह के रिएक्शन दिए हैं।
असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने महबूबा मुफ्ती पर किया पलटवार
आज तक न्यूज़ चैनल से बातचीत कर रहे असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा से महबूबा मुफ्ती द्वारा दिए गए बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “महबूबा मुफ्ती ने ये कहां डिस्कवर कर लिया कि बीजेपी मुगलों की औलाद है। हम लोग तो मुगलों का जो इतिहास है, उसे ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। मुगलों का सपना तो उनके ही दिमाग में है, ऐसा हम नहीं सोचते हैं।”
नीतीश कुमार पर असम सीएम ने बोला हमला
रिपोर्टर द्वारा पूछा गया कि बिहार सीएम नीतीश कुमार ने दावा किया है कि कांग्रेस के साथ आने के बाद बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में 100 सीटों पर सिमट जाएगी? असम सीएम ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष कर कहा कि वो एक ऐसे नेता है, जो बिना किसी का हाथ पकड़े चल ही नहीं सकते हैं। उनको ऑक्सीजन में रहने की आदत हो गई है। कांग्रेस से ऑक्सीजन मांग कर वह सबसे बड़ी गलती कर रहे हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जिसके पास ऑक्सीजन ही नहीं है, वह ऑक्सीजन कहां से दे पाएगा। भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 के सवाल पर असम सीएम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, “उन्होंने यात्रा को एक्सरसाइज की तरह बना लिया है, वो सब केवल उनके व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए किया जा रहा है।”
लोगों के रिएक्शन
@Siddhartha_Giri नाम के एक यूजर ने सवाल किया,”लेकिन जब भाजपा मुगलो के नामों को बदलती है तो सबसे ज्यादा दर्द महबूबा मुफ्ती को क्यों होता है।” जाया सिंह नाम की एक यूजर ने कमेंट किया- कल को महबूबा और मोदी की फिर से दोस्ती हो गयी तो उनकी बुराई करने वाले वाले क्या बोलेंगे? @MHThakor2 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”एक दूसरे के नेता को निशाना बनाया जाना, इस बात का सबूत है कि सत्ता पक्ष अच्छा काम नहीं कर रहा है और विरोध पक्ष कमजोर।
जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू दौरे पर पहुंचीं महबूबा मुफ्ती ने मुगलों का जिक्र करते हुए कहा कि जब कोई दुश्मन नहीं मिलता, ये लोग मुगलों की बात करते हैं। जो लोग सबसे ज्यादा मुगलों की बात करते हैं, वो मुगलों की औलाद लगते हैं।