प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री (BBC Documentary) पर रोक लगाए जाने के बाद लगातार इस पर बयानबाजी हो रही है। कांग्रेस ने सरकार पर तंज कसा, जबकि अनिल एंटनी (Anil Antony) ने इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस से इस्तीफ़ा भी दे दिया है। अब कांग्रेस नेता शशि थरूर (Congress Shashi Tharoor) ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगे पर अपना फैसला दे दिया है तो इस पर बात करने का कोई लाभ नहीं है।
बीबीसी डॉक्यूमेंट्री विवाद पर क्या बोले शशि थरूर?
एक ट्वीट के जवाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Congress Shashi Tharoor) ने कहा है कि मेरा मानना है कि गुजरात के घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं, लेकिन यह देखते हुए कि सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम फैसला दे दिया है। हमें इस मुद्दे पर बहस करने से कोई फायदा नहीं है, जबकि कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर बात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोग मेरे विचार से असहमत हो सकते हैं, लेकिन सांप्रदायिक मुद्दों पर चार दशक और गुजरात दंगा पीड़ितों के लिए खड़े होने के दो दशक के रिकॉर्ड को विकृत करना चरम पर है।” कांग्रेस नेता ने यह ट्वीट के यूजर के जवाब में किया है।
यूजर ने पूछा था सवाल
अशोक सिंह नाम के यूजर ने लिखा था कि शशि थरूर ने 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड (Jallianwala Bagh Massacre) के लिए ब्रिटिश सरकार से माफी की मांग की थी। अब उन्होंने भारतीयों से 2002 के गुजरात नरसंहार को भूलकर आगे बढ़ने के लिए कहा है! थरूर को अपने अनुभव और पैरवी से पता होना चाहिए कि लोगों और राष्ट्रों की यादें लंबी होती हैं। इसी ट्वीट के जवाब में शशि थरूर ने कहा कि गुजरात दंगों पर बात करने से कोई फायदा नहीं है।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
शशि थरूर के जवाब पर @meSureshSharma यूजर ने लिखा कि लेकिन यह एक अपराधी को सिर्फ इसलिए भागने में मदद करने जैसा है क्योंकि कुछ जरूरी मुद्दे सामने आ गए हैं। ये अपराधी वास्तव में यही चाहते हैं, समय के साथ चीजें लुप्त होती जा रही हैं। एक यूजर ने पूछा कि गुजरात दंगों से जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई कौन और कैसे करेगा? @sandeep4658 यूजर ने लिखा कि क्या 1984 के घाव भर चुके हैं?
@GleamingRazor यूजर ने लिखा कि लेकिन 75 साल बाद अंग्रेजों से माफी और हर्जाना की मांग करना एक तथ्य वाली बात है क्या? @OmarAbbasHyat यूजर ने लिखा कि ऑक्सफोर्ड संघ में ब्रिटिश उपनिवेशवाद पर बहस क्यों करें, जब लगभग 70 साल पहले ब्रिटेन ने भारत छोड़ दिया था, क्या आपके पास उस वक्त अन्य मुद्दे नहीं थे? आपने उस बहस से क्या हासिल किया? एक यूजर ने लिखा कि बीजेपी और उनका इकोसिस्टम इतिहास और ऐतिहासिक तथ्यों को बदल रहा है, हमने आपको काउंटर करते हुए नहीं देखा, ऐसा क्यों?