राहुल गांधी का PM मोदी पर वार- दो घंटों तक बच्चों को बताया कैसे पास करें परीक्षा, PNB घोटाले पर 2 मिनट भी नहीं बोले
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मिस्टर जेटली भी छुपे हुए हैं। राहुल के मुताबिक केन्द्र सरकार को दोषियों जैसा व्यवहार करना बंद करना चाहिए और इस मुद्दे पर बोलना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का पीएनबी घोटाले को लेकर केन्द्र सरकार पर सवालों की बौछार जारी है। राहुल गांधी ने एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया है। राहुल गांधी ने इस बावत एक ट्वीट किया है और पीएनबी घोटाले की रकम को 22 हजार करोड़ का बताया है। राहुल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला कर पूछा है कि बच्चों को 2 घंटे तक परीक्षा पास करने के तरकीब बताने वाले पीएम ने पीएनबी घोटाले पर 2 मिनट भी नहीं बोला। राहुल ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली भी चुप बैठे हैं। राहुल ने ट्वीट किया, ” पीएम मोदी ने बच्चों को 2 घंटे तक बच्चों को बताया कि परीक्षा कैसे पास करें, लेकिन 22 हजार करोड़ के बैंकिंग घोटाले पर 2 मिनट भी नहीं बोले, मिस्टर जेटली भी छुपे हुए हैं, दोषियों जैसा व्यवहार करना बंद करें, बोलिए।” राहुल गांधी नीरव मोदी के घोटाले पर पहले भी ट्वीट कर नरेंद्र मोदी को घेर चुके हैं।
PM Modi tells kids how to pass exams for 2 hrs, but won’t speak for 2 mins on the 22,000Cr banking scam.
Mr Jaitley is in hiding.
Stop behaving as if you’re guilty! Speak up. #ModiRobsIndia
— Office of RG (@OfficeOfRG) February 18, 2018
कांग्रेस इस घोटाले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर पहले से ही सवाल उठाती रही है। कांग्रेस ने शनिवार (17 फरवरी) को पार्टी की नवगठित संचालन समिति के बैठक के दौरान कहा कि “कांग्रेस प्रधानमंत्री से मूकदर्शक बने रहने के बजाए देश को सबसे बड़े बैंक घोटाले के बारे पूरी जानकारी देने का आग्रह करती है।”कांग्रेस ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि, “मोदी सरकार और वित्त मंत्रालय, एफआईयू, एसएफआईओ, ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियां व प्राधिकारों के नजर के सामने लेटर ऑफ क्रेडिट (एलओयू) के माध्यम से पूरी बैकिंग प्रणाली को धोखा दिया गया और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया।” विपक्षी पार्टी ने मांग की कि प्रधानमंत्री देश को बताएं कि इतने बड़े पैमाने की धोखाधड़ी किस प्रकार से सभी ऑडिटरों और जांचकर्ताओं, यहां तक कि आरबीआई के ऑडिटरों की जांच से बचा रहा। बयान में कह गया है, “प्रधानमंत्री को देश को यह बताना चाहिए कि समूचे बैकिंग क्षेत्र और वित्त मंत्रालय की धोखाधड़ी पहचान क्षमता की विफलता का कारण क्या है।”