एक तरफ कांगेस (Congress) सभी विपक्षी दलों को साथ लाकर चुनाव लड़ने की बात करती है तो वहीं विपक्षी दल एक-एक करके कांग्रेस से किनारा करते दिखाई दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा (SP-BSP) ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अपनी राय जाहिर कर दी है। इसी साल होने वाले मध्य प्रदेश चुनाव (Madhya Pradesh Election) में सपा ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया तो वहीं मायावती ने भी कांगेस को तगड़ा झटका दे दिया है।
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर क्या बोलीं मायावती?
अपने जन्मदिन के मौके पर मीडिया से बात करते हुए बसपा मुखिया मायावती (Mayawati, BSP) ने कहा है कि विधानसभा और अगले वर्ष देश के लोकसभा चुनाव में बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि अकेले अपने बलबूते पर यह सभी चुनाव लड़ेगी। मायावती के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी के नेता ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर तंज कसा है।
आचार्य प्रमोद ने कसा तंज
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद (Acharya Pramod, Congress) ने ट्वीट कर लिखा है कि सपा के बाद अब “बसपा” ने भी समझौता करने से साफ मना कर दिया, लगता है हमारी पार्टी के सीनियर “मैनेजर” अब “बूढ़े” होने के साथ-साथ “अप्रासंगिक” भी हो गये हैं। आचार्य प्रमोद के ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @SuhailKhanLive यूजर ने लिखा कि समझौता सपा और बसपा नहीं करेंगे लेकिन नेता कांग्रेस के अप्रासंगिक क्यों हुए? कांग्रेस समझौता करने के लिए बनी है क्या। आप मैनेजरी के लिए आलाकमान के सामने दावा कर दीजिए।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@INDVivekPandey_ यूजर ने लिखा कि कुछ दिनों बाद होगा कि कांग्रेस एक पार्टी थी जिसे मोदी ने ख़त्म कर दिया। @Lalusodha_ यूजर ने लिखा कि लगता है कि अब आप भी ऊब चुके हैं, तभी ऐसे कमेंट कर रहे हो। @yogesh_krsn यूजर ने लिखा कि बात यह नहीं है, बात यह है कि आप पर से सभी का विश्वास उठ चुका है। @Kumrodha999 यूजर ने लिखा कि गांधी नाम ही अप्रासंगिक हो चुका है। कांग्रेस जब तक परिवार की परछाई बनी रहेगी उसे कोई नहीं पूछने वाला।
@DrRupani यूजर ने लिखा कि चुनाव आने दीजिए,आचार्य जी सब एक छतरी के नीचे आ जाएंगे और उस छतरी का डंडा होगा ममता बनर्जी के हाथ, इसके अलावा विपक्ष के पास कोई रास्ता नहीं। एक यूजर ने लिखा कि समझौता करना ही क्यों था श्रीमान आचार्य जी। राहुल गांधी की टीशर्ट पर भरोसा नहीं है क्या? @Prahlad_Misra यूजर ने लिखा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीएसपी के साथ समझौता करने और कराने का काम आचार्य प्रमोद जी को दे देना चाहिए, उनकी भी महारत देख लें क्योंकि टिप्पणी करना बहुत आसान है।