21 मार्च को कुछ अज्ञात लोगों ने पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले के रामपुर हाट में दस घरों में आग लगा दी थी। जिसकी वजह से आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में संज्ञान लेते हुये कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिये थे। इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि बीरभूम हिंसा में तृणमूल कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है, इस घटना के पीछे एक साजिश है।
क्या बोलीं ममता बनर्जी?: ममता बनर्जी ने कहा कि “टीएमसी के लोग रामपुरहाट की घटना में शामिल नहीं थे। मुझे अब भी लगता है कि रामपुरहाट की घटना के पीछे कोई साजिश है। घटना की जांच सीबीआई ने संभाल ही है, यह एक अच्छा निर्णय है, लेकिन अगर वे केवल BJP के निर्देशों का पालन करेंगे तो हम विरोध करने के लिए तैयार हैं।”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: ममता बनर्जी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। टीसी शर्मा नाम एक यूजर ने लिखा कि “रामपुरहाट की घटना सच आने से पहले, सीबीआई के हाथ बांधने की कोशिश! ममता जी आप बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और कोर्ट के आदेश की निगरानी में मामले की जांच हो रही है! आप जिम्मेदार पद पर रहते हुए बीजेपी को इस मामले में खींच रही है, क्यों?” राजेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “इनको तो सपने में भी बीजेपी नजर आती है।”
सुनील द्विवेदी नाम के यूजर ने लिखा कि “डर तो लगेगा कि क्योंकि हत्यारे आपकी ही पार्टी के हैं।” अविनाश नाम के यूजर ने लिखा कि “मतलब कि इनके लोग अब पकड़ में आने वाले हैं इसलिए पहले से ही भूमिका बांध रही हैं!” योगेश जोशी नाम के यूजर ने लिखा कि “इनको मालुम हो गया है कि अब पूरा सच बाहर आ जाएगा, इसलीए अभी से सीबीआई के ऊपर केंद्र के दबाव में जांच हो रही है, ऐसे आक्षेप लगा रही हैं।”
दया स्वरुप सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “ममता जी बीजेपी का विरोध करना, आपका एक सूत्रीय कार्यक्रम है। इस बार आपका कोई नाटक चलने वाला नहीं है और जब आपके कुशासन का भंडाफोड़ होता है तो आपको साजिश दिखाई देने लगती है।” अश्वनी नाम के यूजर ने लिखा कि “ये कथन ममता के गुनाह और हताशा दोनों दर्शाते हैं।” अमित वाजपेयी नाम के यूजर ने लिखा कि “मतलब CBI जांच करे और आपके अनुसार रिपोर्ट तैयार करे तो ही सही जांच होगी।”
धर्मेन्द्र नाम के यूजर ने लिखा कि “जबसे हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं, इनकी नींद गायब हो गई है। यदि यह दोषियों पर कार्यवाही चाहती तो इन्होने खुद सीबीआई जांच क्यों नही करवाई?” सुकेश पंडित नाम के यूजर ने लिखा कि “दीदी को डर लग रहा है कि कहीं मेरा नाम भी ना आ जाए। ये डर अच्छा है।”