मध्य प्रदेध कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ जोरदार हमला बोला है। मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया गया है जिसमें भाजपा सांसद सिंधिया के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा सांसद का वीडियो शेयर कर मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक के कांग्रेसी नेता सिंधिया पर तीखे कटाक्ष और हमले कर रहे हैं।
कांग्रेस ने गुना से भाजपा सांसद केपी यादव का वीडियो शेयर किया है जिसमें वह कह रहे हैं कि भीड़ में कुछ मूर्ख लोग होते हैं जिन्हें यह भी नहीं पता होता कि कब बोलना क्या है? मैंने तो पहले भी खुलकर कहा था कि जिन्हें यही नहीं पता कि हम बीजेपी में हैं और बीजेपी की केंद्र और राज्य में सरकार है, यहां से बीजेपी का सांसद है, वहां मंच पर खड़े होकर कह रहे हैं कि हमसे गलतियां हुई हैं, मैं उनकी बुद्धि की दाद देता है.
उन्होंने यह भी कहा कि उनमें कहां से यह बुद्धि आती है. कैसे बोल लेते हैं, हिम्मत कहां से आ रही है कि जिसका खा रहे हैं, उसी में छेद कर रहे हैं. जहां से आपकी पार्टी (बीजेपी) का सांसद है, वहां के लोगों से कह रहे हो कि गलती हुई है. अगर उन्हें तकलीफ है तो मुझे लगता है कि वो जहां थे वहीं रहना चाहिए था. अधिक लोकप्रिय हैं तो जहां हैं वहीं रहकर संघर्ष करते, फिर मेरे खिलाफ चुनाव लड़ते और जीतते तो मैंने मानता कि हां इनकी बात में दम है।
अब सवाल ये है कि आखिर भाजपा सांसद केपी यादव सिंधिया पर इतने भड़के हुए क्यों है? दरअसल पिछले दिनों सिंधिया ने गुना में एक कार्य्रकम को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर मुझसे कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ कर देना, मेरा दिल सिर्फ आप लोगों के लिए ही धड़कता है। केपी यादव गुना से ही सांसद हैं और वह 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंधिया को ही मात दे चुके हैं। कांग्रेस में रहते हुए सिंधिया ने गुना सीट से ही चुनाव लड़ा था और उनका मुकाबला भाजपा के केपी यादव से ही था।
केपी यादव के बयान पर किसने क्या कहा?
कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि BJP सांसद केपी यादव, सिंधिया जी को ‘मूर्ख’ बता रहे हैं, अब क्या ही कहा जाए? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “गद्दारी का नतीजा – न घर के रहे न घाट के।” दिग्विजय सिंह ने कहा कि केपी यादव इस मायने में तो सही ही कह रहे हैं कि “जिस थाली में वो खाते हैं, उसी में छेद कर जाते हैं”।
@SyedZps यूजर ने लिखा कि ऐसे अपमान से तो अच्छा कि मंत्री पद छोड़ जनता के मुद्दे के लिए सड़क पर आकर संघर्ष करें सिंधिया जी। एक यूजर ने लिखा बेचारे सिंधिया ना घर के रहे और ना घाट के। गद्दारी का यही नतीजा होता है। रवि कालरा ने लिखा कि गद्दार का कभी भी कही सम्मान होना नामुमकिन है, जिसने अपने परिवार, अपने समाज, अपनी जनता को धोखा दिया हो उसकी ऐसे ही फजीहत होती रहेगी।