भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंच चुके हैं। जहां राहुल गांधी ने महाकाल बाबा के दर्शन भी किए। इस दौरान की उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब वायरल (Viral) हुई। बीजेपी (BJP) ने भी उनकी वायरल तस्वीर (Viral Photo) खूब हमला बोला। बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह (BJP MP Giriraj Singh) ने राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की शिव की पूजा करते हुए फोटो शेयर किया। जिसपर लोगों ने तंज कसा।
बीजेपी एमपी ने शेयर की तस्वीर
बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दो फोटो शेयर की। जिसमें एक तस्वीर में नरेंद्र मोदी हैं तो वहीं दूसरी तस्वीर राहुल गांधी की है। जिसके साथ गिरिराज सिंह ने लिखा,”मोदी जी ने ऐसा राह दिखाया के सीजनल हिन्दू भी महाकाल के दरवाज़े पर पहुंच गया। जय महाकाल।”
यूज़र्स ने दिए ऐसे रिएक्शन
अजय अलोक ने कमेंट किया कि “ये हिंदू नहीं हैं “ये हिंदुत्व का प्रदर्शन कर रहे हैं अच्छी बात हैं । ना इनके पिता हिंदू थे ना इनकी माँ हिंदू हैं लेकिन भारत में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू हैं और उसमें हिंदुत्व का बोध होना ही चाहिए । जय महाकाल @SavaiyaM नाम के एक यूज़र ने लिखा कि सीजनल नहीं ओरिजिनल हैं, वो भी जनेऊधारी। @gzb_74 नाम के एक यूज़र द्वारा लिखा गया – राजनीतिज्ञ पहले अपने धर्म और पूजा को सार्वजनिक नही करते थे, किंतु विगत कुछ वर्षों में ये ट्रेंड शुरू हुआ है और जनता भी इस पर चर्चा करना चाहती है। वरना अटल और आडवाणी जी की भी यदा कदा ही पूजा की तस्वीरें दिखाई देंगी।
@EjazRizviINC नाम के एक ट्विटर हैंडल से कमेंट आया कि फर्क साफ दिखता है…मोदी जी पूजा के दौरान कैमरा के चक्कर में ब्राह्मणों को हटा दिया था। राहुल जी की मंशा पूजा की ही है इसलिए उन्हें ब्राह्मणों के साथ पूजा करने में कोई आपत्ति नही, ना कैमरे का प्रवाह है। @Gagan34807733 नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि गिरिराज आप हिन्दू नहीं है क्या? आप नरेंद्र मोदी की तरह महाकाल नहीं जाते क्या?
@devumendra नाम के एक यूज़र ने लिखा – गिरिराज जी, सीज़नल हिन्दू ही नहीं तथाकथित कट्टर हिन्दू भी ज़रूरत पड़ने पर मस्जिदों-मज़ारों पर मत्था टेकने जाते रहते है। जानकारी के लिए बात दें कि बाबा महाकाल के दर्शन करने के साथ राहुल ने उज्जैन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कन्याकुमारी से यात्रा की, बहुत बड़ी तपस्या की। ये कोई बड़ी तपस्या नहीं है, इसमें कुछ नहीं है।