महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे रविवार को बीजेपी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि क्या गोमूत्र छिड़क कर हमारे देश को आजादी मिली थी? उनके इस बयान पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कटाक्ष करते हुए जवाब दिया।
उद्धव ठाकरे ने कही यह बात
उद्धव ठाकरे ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न छीन लिया है लेकिन वह पार्टी को हमसे नहीं छीन सकते। इसके साथ उन्होंने सवाल किया,’क्या गोमूत्र छिड़क कर हमारे देश को आजादी मिली थी? क्या ऐसा हुआ कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें आजादी मिली? ऐसा नहीं हुआ है, बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया है। तब हमें आजादी मिली।
बीजेपी नेता ने दिया जवाब
उद्धव ठाकरे के इस बयान पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने लिखा,’आदरणीय उद्धव ठाकरे जी, गोमूत्र पर आपकी टिप्पणी आपके परिवार की परंपरा के विपरीत है। आप एक स्वाभिमानी व यशस्वी हिंदू पिता की संतान है। इस रास्ते पर मत जाइये। इस रास्ते में अपयश है, अपमान है, ग्लानि है तथा कुल का गौरव नष्ट होना निश्चित है।’ बीजेपी नेता तेजिंदर सिंह शरण ने कमेंट किया कि इनको हिंदू संस्कृति का उपहास उड़ाकर अपने सेक्युलर आकाओं को खुश भी तो रखना है, तभी वह इनको अपनी आघाढी मे शामिल करेंगे।
सोशल मीडिया यूज़र्स के रिएक्शन
@NileshR44119909 नाम के एक यूजर ने लिखा कि गलत क्या बोला है उद्धवजी ने? अगर बात हिंदू की है तो बाळासाहेब ठाकरे को भाजपा हिंदुत्व सिखा सके इतनी बड़ी नही हुई है भाजपा…और उस बात से भावनाएं आहत कैसे हुई ये समझायेंगे जरा? @iNishant4 नाम के एक ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया- सत्ता की भूख और अहंकार ने उन्हें वो रास्ता चुनने पर मजबूर कर दिया है, जो कांग्रेस के सामने झुक गया। वो अब कुछ भी कर और बोल सकता है।
@RishiSinha_ नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि पार्टी जाने से संस्कार भी चले गए क्या? सत्ता के भूखे लोग। बाला साहेब अगर चाहते तो उन्हें मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता था लेकिन उन्होंने कभी सत्ता के लिए मूल्यों से समझौता नहीं किया। @amitjalan08 नाम के एक यूजर लिखते हैं कि जब अंत समय आता है,, तब मानसिक संतुलन खत्म हो जाता है। इनकी मानसिकता बतला रही है कि इनका अंत निश्चित है।