भारतीय पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर गंभीर आरोप लगाए तो आरोपों की जांच पूरी होने तक कुश्ती महासंघ के कामकाज को स्थगित कर दिया गया था। खेल मंत्री से आश्वासन मिलने के बाद खिलाडियों ने अपने प्रदर्शन को भी समाप्त कर दिया। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ का कामकाज देखने के लिए 5 मेंबर्स की ओवरसाइट कमेटी बना दी। अब बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) और साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने इस पर सवाल उठाये हैं।
क्या बोले बजरंग पुनिया?
बजरंग पुनिया ने ट्वीट कर लिखा कि हमें आश्वासन दिया गया था कि Oversight Committee के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई। ऐसा ही आरोप साक्षी मलिक ने भी लगाया है।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@DhillonVijay यूजर ने लिखा कि दो दिन के आंदोलन से क्रांति बौर बलदाव आते तो किसानों को इतने दिन नही बैठना पड़ता। बबिता फोगाट ने अपनी ड्यूटी की और आप बातों में आ गए। @PundeerRizwan यूजर ने लिखा कि आप जो आपका साथ दे, उन विपक्षी दलों को गरियाने का काम करो बस। @rohitupadhyaay यूजर ने लिखा कि बजरंग जी, आपसे निवेदन है अब आप इस मामले पर राजनीति न करें, प्लीज।
@RoflGandhi_ यूजर ने लिखा कि पहलवान जी, आपको अंदाजा होना चाहिए कि इनके साथ आप मिट्टी में नहीं, कीचड़ में खेल रहे हो। और कीचड़ के ये चैंपियन हैं। @NiralaChandan1 यूजर ने लिखा कि दोस्त, तुम जो सेफ खेलने की कोशिश कर रहे हो, इससे तुम सभी पहलवानों का घाटा ही कर रहे हो। तुम सब से कुछ हो नही पा रहा और जब विपक्ष के नेता तुम्हारा सहयोग करना चाहते हैं तो उनका सहयोग भी नही लेना है। @ChanchalSiwach_ यूजर ने लिखा कि पहलवान जी धरना ही नहीं हटाना चाहिए था, जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, यहीं गलत हुआ।
बता दें कि तीन कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में गोल्ड मेडल जीत चुकीं भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने कहा था कि कोच महिला पहलवानों (Women Wrestler) को प्रताड़ित कर रहे हैं और फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा था, ‘टोक्यो ओलंपिक में हार के बाद ब्रजभूषण शरण सिंह ने मुझे ‘खोटा सिक्का’ कहा था। डब्ल्यूएफआई ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।