करीब 23 महीने बाद जमानत पर जेल से बाहर आए आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह खान लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। मंगलवार को अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस में अब्दुल्लाह खान की मौजूदगी इस बात को साबित करती है कि चुनाव में वह सक्रीय रहने का मन बना चुके हैं। मीडिया से दूरी बनाए अब्दुल्लाह खान ने मंगलवार को थोड़ी देर के लिए पत्रकारों से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर हमला बोला, जेल में हुई ज्यादती पर अपनी बात कही और चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने पर जवाब दिया।
जमानत पर बाहर आए अब्दुल्लाह खान लड़ेंगे चुनाव?: दरअसल फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने और पेश करने के आरोप में अबुल्लाह खान पर केस दर्ज हुआ था। इसके बाद से ही वे जेल में बंद थे। जेल से बाहर आने के बाद अब्दुल्लाह खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने पर फैसला पार्टी का होगा। अब्दुलाह खान ने कहा कि उनके परिवार के साथ जुल्म हो रहा है। उनके बेगुनाह वालिद ( आजम खान ) को फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल में बंद करके रखा गया है। उन्हें जमानत ना मिल पाए, इसलिए आज भी साजिशें की जा रही हैं। आजम खान के बेटे ने कहा कि उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है।
योगी सरकार पर क्या बोले?: अब्दुलाह खान से जब ये सवाल पूछा गया कि करीब दो साल बाद उनकी रिहाई हुई है और पिता अभी भी जेल में बंद हैं तो सरकार की रवैये पर उनकी क्या राय है? इस पर अब्दुलाह खान ने कहा कि 10 मार्च को जुल्म खत्म होगा और जालिम का तख्त भी हट जायेगा।
पिता के साथ और भी बुरा व्यवहार: मंगलवार को अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस से निकलने के बाद मीडिया से बात करते हुए अब्दुलाह खान से जब पूछा कि आप पर जुल्म हुआ है? ये मानते हैं? इस पर अब्दुल्लाह खान ने कहा कि जुल्म या अन्याय किस पर नहीं हुआ है? किसानों के साथ हुआ, बेरोजगारों के साथ हुआ, लोगों के साथ हुआ। जेल में जुल्म पर अब्दुलाह ने कहा कि शायद आम बंदी के साथ जेल प्रशासन का रवैया हमसे बेहतर था, जो हमारे साथ हुआ। जब हमारे साथ ऐसा हुआ है तो उनके साथ (आजम खान ) के साथ और भी बुरा हुआ होगा।
आप पर हुए जुल्म का मुद्दा क्या चुनाव में उठाएंगे? इस सवाल पर अब्दुल्लाह खान ने कहा कि ये मुद्दा क्यों नहीं उठाएंगे? इस मुद्दे के साथ जनता के बीच में जाएंगे। बता दें कि दो-दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने को लेकर सांसद आजम खान और अब्दुल्ला पर केस दर्ज हुआ था। इस केस में आजम खान की पत्नी और रामपुर शहर विधायक डॉ. तजीन फातिमा को भी आरोपी बनाया गया था। इसके अलावा जमीन पर कब्जा करने, फर्जी कागज़ात पेश करने समेत कई मामले आजम खान पर भी दर्ज किए थे। आजम खान अभी भी जेल में बंद हैं। जेल में ही उन्हें कोरोना हुआ था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।