दो साल, दो माह और 24 दिन बाद समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक आजम खान जेल से रिहा हुए। आजम खान के जेल से बाहर आते ही समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। समाजवादी पार्टी के नेताओं और आजम खान के बीच मनमुटाव की खबर भी सुर्खियों में हैं। चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी आजम खान के जेल से बाहर आने पर उनका स्वागत किया है।
आजम खान के जेल से बाहर आने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्विटर पर लिखा कि “वरिष्ठ समाजवादी नेता, श्री आजम खान की जमानत पर बहुत-बहुत मुबारकबाद। आखिर मा. सर्वोच्च न्यायालय से न्याय मिला ही और सत्य की जीत हुई।” स्वामी प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट पर लोग अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
राजेंद्र त्रिपाठी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जमानत का मतलब जीत नहीं होता, ये खुशी क्षणिक भी हो सकती है। फैसले तक तो पहुंचने दो।’ रौशन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगली बार और बड़े अंतर से चुनाव हारेंगे, माननीय बीजेपी में थे तो मंत्री थे केबिनेट के, पाला बदला तो विधायक भी नहीं रहे।’ महेश्वरी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आजम खान से, जमानत की पूरी जानकारी ले लो! भविष्य में, तुम्हारे बहुत काम में आएगी।’
राजेंद्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘वाह रे नेता, जमानत मिलने को सत्य की जीत बता रहे हो, 90 केस हैं, तारीख भुगतने में ही जिन्दगी बीत जाएगी।’ सच कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पर आपकी तो जीत नहीं हुई है, बहुत घमण्ड था आपको। बोलते थे कि जहां हम खड़े होते हैं, सरकार उनकी ही बनती है, अब ले लो शपथ।’ दीपक सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘माननीय स्वामी जी अभी सिर्फ जमानत मिली है, न्याय नहीं। आप तो ऐसे बता रहे हैं जैसे सुप्रीम कोर्ट ने सभी केस में क्लीन चिट दे दिया हो और सामने वाले को फांसी की सजा।’
कपिलेश्वर पाण्डेय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मौर्य जी आप तो ऐसे बधाई दे रहे हैं कि आजम साहब कोई जंग जीत कर आ रहे हों।’ मिलन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘तुम्हें देखकर मुझे बहुत हंसी आती है, खुद को होशियार समझकर जिस पार्टी की जीतने की संभावना होती थी उसमें शामिल हो जाते थे और खुद को राजनीतिज्ञ समझते थे। अबकी बार चाल उलटी कर दी योगी जी ने।’
बता दें कि आजम खान को रिसीव करने के लिए अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव पहुंचे थे जबकि सपा की तरफ से कोई बड़ा नेता सीतापुर जेल नहीं पहुंचा। आजम के जेल में रहने के दौरान ही खबर सामने आई थी कि आजम खान, अखिलेश यादव से नाराज हैं। अब सबकी निगाहें शनिवार को लखनऊ में सपा की होने वाले विधानमंडल की बैठक पर है, जिसमें सपा के सभी विधायक और एमएलसी को बुलाया है। यहां अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात हो सकती है। विधानसभा सत्र में भी शामिल होने के लिए भी आजम खान लखनऊ पहुंच सकते हैं। अगर आजम विधानसभा जाएंगे तो उनका सामना अखिलेश यादव के साथ ही साथ, योगी आदित्यनाथ से भी हो सकता है।