AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कहा है कि उनकी पार्टी 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। 3 दिनों के दौरे पर यूपी आए हुए हैं। उनके आने से यूपी की सियासत में सरगर्मी बढ़ी हुई नजर आ रही है। वह अपनी रैलियों के संबोधन के दौरान बीजेपी, सपा और बसपा पर हमला बोलते हुए कह रहे हैं कि इन पार्टियों ने केवल मुसलमानों का उपयोग अपने राजनैतिक स्वार्थ साधने के लिए किए हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान असदुद्दीन ओवैसी से एंकर ने सवाल पूछा कि जब हिंदू नेता योगी बनते हैं तब तो आपको तकलीफ़ होती है। तब आप उनपर हिंदुत्व की राजनीति करने का आरोप लगाते हैं। आप मुसलमानों के नेता बने तो ठीक है वो करें तो कैरेक्टर ढीला है? इसके जवाब नहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘ बिल्कुल, असदुद्दीन ओवैसी भारत के विविधता को बदलने वाला नहीं है, लोकतंत्र के हिसाब से जैसे हर समाज और वर्ग ने अपना नेता बनाया। वैसे ही उत्तर प्रदेश के मुसलमानों की भी जिम्मेदारी है कि वह अपना नेता बनाएं।’
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ओवैसी कहते हैं कि जहां तक योगी आदित्यनाथ की बात है वह सब से नाकाम मुख्यमंत्री साबित हुए हैं। उनकी इस बात पर एंकर ने कहा कि विकास के डाटा में तो आप इंटरेस्टेड ही नहीं है। वो तो विकास की बात करते हैं, आप बिहार जाते हैं तो सहाबुद्दीन को शामिल कर लेते हैं और यूपी में आते हैं तो अतीक अहमद को शामिल कर लेते हैं और फिर अपनी ही पीठ थपथपा कर कहते हैं कि अगर आप हिंदू हैं, माफिया हैं तो आपको सब पूछेंगे। अगर आप मुसलमान माफिया हैं तो आपको कोई नहीं पूछेगा सिर्फ ओवैसी खुली बांहों से आपका स्वागत करेंगे?
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि शायद आपने नहीं सुना होगा अभी मैंने आपके सामने विकास का डाटा रखा था और अब आपको यह बता रहा हूं कि प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना पर मैंने संसद में प्रश्न पूछा तो बताया गया कि उत्तर प्रदेश में केवल 14 % मुसलमानों को घर दिया गया है।
उनके जवाब पर एंकर ने पूछा कि वैसे आप माफिया कहिए ऐसे नेताओं को जो गुंडागर्दी करते हैं। रॉबिनहुड और बाहुबली तो फिल्मी स्टाइल के नाम हैं। आपको आप अपनी आवाज में दम नहीं दिखता क्या जो जेल में पड़े एक व्यक्ति की आपको जरूरत पड़ रही है? इस सवाल के जवाब में ओवैसी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं आपकी बात मान लेता हूं लेकिन क्या बीजेपी में अपराधी प्रवृत्ति के लोग नहीं हैं? बीजेपी के पास 116 एमपी माफिया नहीं हैं?