ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी की तैयारियों और अपने एजेंडे को बताने के लिए एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में शरीक हुए थें। इस कार्यक्रम में उनसे सवाल पूछा गया कि आपकी पार्टी के नाम में ‘मुस्लिमीन’ क्यों है ‘हिंदुस्तान’ क्यों नहीं? इसको लेकर ओवैसी एंकर से उलझने लगे।
असदुद्दीन ओवैसी के इस इंटरव्यू के दौरान एंकर ने उनसे पूछा कि सर आपकी पार्टी का फुल फॉर्म क्या है? इसका जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि क्या यह पार्टी चुनाव कमीशन से रजिस्टर्ड नहीं है। एंकर ने कहा कि हमारे दर्शक जानना चाहते हैं? ओवैसी ने कहा कि अगर दर्शकों को हमारी पार्टी का फुल फॉर्म देखना है तो इलेक्शन कमिशन की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। मगर आपके दर्शकों को यह जानना जरूरी है कि हमारी पार्टी 1984 से है जो भारत के संविधान पर शपथ लेती है।
उन्होंने एंकर से कहा कि आप अकाली दल के बारे में नहीं पूछेंगे? शिवसेना के बारे में नहीं पूछेंगे? एआईडीएमके के बारे में नहीं पूछेंगे? मेरी पार्टी इलेक्शन कमिशन में रजिस्टर्ड है, इलेक्शन कमिशन मुझे इलेक्शन लड़ने की इजाजत देता है। अगर आपको या किसी और को इस से तकलीफ़ हो रही है तो इलेक्शन कमीशन के पास जाइए। ओवैसी की इस बात पर एंकर ने कहा कि मुझे तकलीफ नहीं हो रही है।
जिसके बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी का फुल फॉर्म बताते हुए कहा कि मेरी पार्टी का नाम ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन है। मेरी पार्टी संविधान को मानती है और इलेक्शन कमिशन में रजिस्टर्ड भी है तो आपको इसमें आपत्ति क्यों है?
ओवैसी के इस सवाल पर एंकर कहने लगते हैं कि मुझे तकलीफ़ सिर्फ इतनी है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन रखा जिसका मतलब है पूरे भारत के मुसलमान हैं उनके एकता के लिए मजलिस और फिर आप वही काम पॉलिटिक्स में करते हैं। दूसरों से उम्मीद करते हैं कि वह हिंदुओं की बात न करें। एंकर ने कहा कि सिर्फ मुसलमानों के लिए पार्टी बना कर बैठे हैं यह बात खुल कर बोल दीजिए। मैं हिंदुओं की बात नहीं करूंगा। आप अपनी पार्टी का नाम ‘मुस्लिमीन’ की जगह ‘हिंदुस्तान’ क्यों नहीं करते।