दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से मुक्ति दिलाने के लिए खूब एक्टिव नजर आ रहे हैं। वह गुरुवार को भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरान करने पहुंचे थे। ऐसे में उनके लिए वहां पर ग्रीन कार्पेट पर बिछाया गया था। इसको लेकर बीजेपी नेताओं ने दिल्ली सीएम पर निशाना साधा। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल की तस्वीर शेयर कर कटाक्ष किया। वहीं, आम सोशल मीडिया यूज़र्स भी कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर बोला हमला
मनोज तिवारी ने अरविन्द केजरीवाल को तस्वीर शेयर कर लिखा,’लैंडफिल साइट का विजिट किया तो ग्रीन कारपेट लगाकर चले.. क्योंकि राजा हैं साहेब.. हद है…आप की और अरविन्द केजरीवाल की।’ बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कमेंट किया कि कूड़े के ढेर पे बिछाए गए क़ालीन ताकि एक आम आदमी के जूते ख़राब ना हो जाए।
सोशल मीडिया यूज़र्स के रिएक्शन
@himanshu4m नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- चरित्र गंदा हो कोई बात नहीं लेकिन जूते गंदे नहीं होने चाहिए। @alpgyani100 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि यह गजब हैं। राष्ट्रपति से मिलने चप्पल पहन कर जाते हैं और कूड़े का ढेर देखने के लिए जूते पहन के वह भी ग्रीन कारपेट पर। @RajTheThinker नाम के एक यूजर ने बीजेपी पर तंज कसते हुए लिखा- भाजपा की 15 साल की उपलब्धि “कूड़े के पहाड़” को क्यों ढंक रहे हो अरविन्द केजरीवाल जी। बीजेपी वालों को दिक्क्त हो रही है।
@Er_Yogesh_P नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि केजरीवाल जी जमीन से जुड़े हुए नेता हैं, ज्यादा न जुड़ जाए इसलिए कालीन बिछाया है। @akhand0 नाम के एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया कि ये किस हिसाब से आम आदमी पार्टी के नेता लगते हैं? @tabrezahmad76 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि कम से कम पहुंच के निरीक्षण तो किया। साहब की तरह पर्दा तो नही घेर दिया। वहीं, कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने केदारनाथ गए पीएम मोदी की पुरानी फोटो शेयर कर बीजेपी नेताओं पर चुटकी ली है। इस फोटो में पीएम रेड कार्पेट से होकर मंदिर में जा रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली सीएम केजरीवाल ने भलस्वा लैंडफिल साइट के दौरे के बाद कहा कि लैंडफिल साइट पर जो नया कूड़ा आ रहा है। उसके लिए अलग से इंतजाम किया गया है। नया आने वाले कूड़े के निपटान की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है और लगातार उसको हटाया जा रहा है। उसके साथ उन्होंने कहा कि भलस्वा से दिसंबर तक 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा उठा देंगे और मार्च-अप्रैल 2024 तक पूरा कूड़ा खत्म कर देंगे।