अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी और अडानी के रिश्ते पर बड़ा आरोप लगाया है। केजरीवाल ने कहा प्रधानमंत्री कम पढ़े लिखे हैं, उन्हें कम समझ है, अडानी ही मोदी जी को पैसे इन्वेस्ट करने की सलाह देते हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा पैसा मोदी जी का और दिमाग अडानी का है। आप के ट्विटर अकाउंट से अरविंद केजरीवाल के भाषण का ये हिस्सा शेयर किया गया है।
विधानसभा में क्या बोले सीएम केजरीवाल?
दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस ने जितना पिछले 75 सालों में देश को नहीं लूटा, उसका दस गुणा इन्होंने पिछले 7-8 सालों में लूट लिया है। सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि इसमें अडानी का क्या रोल है? मोदी जी कम पढ़े लिखे हैं, उन्हें समझ नहीं है कि करना क्या है। अडानी आकर बताते हैं कि पैसा यहां लगा लो, इस देश में इन्वेस्ट करते हैं। सारा मैनेजमेंट अडानी करते हैं। दिमाग अडानी का और पैसा मोदी जी का है। प्रधानमंत्री कम पढ़े लिखे हैं , उनको कम समझ में आता है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
दिल्ली भाजपा सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने लिखा कि जैसी दृष्टि वैसी सृष्टिl अरविंद केजरीवाल जी, आपने अपने आसपास एक ऐसा संसार तैयार कर लिया है जिसमें राष्ट्रविरोध/सैन्य विरोध, झूठे व गलत आंकड़ेबाजी, अहम और लोभ ही है तनिक सच देखिए, आपके दो मंत्री लूट के मामले में ही जेल में हैं। जबकि मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं है। एक यूजर ने लिखा कि दिल्ली विधानसभा में कभी दिल्ली की भी बात होती है?
एक यूजर ने लिखा कि ये विधानसभा के अंदर बोलते हैं क्योंकि जानते हैं कि विधानसभा में बोलने पर कोई केस नहीं लगा सकता पर यही बात ये बाहर नहीं बोलेंगे। जानते हैं कि फिर से झूठ बोलने पर माफी मांगनी पड़ेगी कोर्ट में। एक अन्य यजर ने लिखा कि इस बयान से सिद्ध हो रहा है के ये अनाप शनाप बोलकर के बीजेपी को फायदा पहुंचाने के चक्कर में हैं। राहुल गांधी को सजा हुई और ये क्रेडिट खाने के चक्कर में हैं, ये बीजेपी का आदमी है मुस्लिम और एंटी बीजेपी वोट काटने का काम करने वाले हैं। एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस को निपटाने का इनका पूरा प्लान है।
बता दें कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल। पिछले काफी वक्त से प्रधानमंत्री की शिक्षा पर बयानबाजी कर रहे हैं। एक जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि देश का पीएम पढ़ा लिखा होना चाहिए क्योंकि कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री को कोई भी बेवकूफ बना देगा। उन्होंने कहा कि जिस दिन सिसोदिया को जेल में भेजा गया, उस दिन मुझे लगा लगा कि देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे तो होने चाहिए। यदि पढ़े-लिखे होते तो उन्हें शिक्षा का महत्व पता होता