सुभाष चंद्र बोस की जयंती (Birth anniversary of Subhash Chandra Bose) से पहले आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा है कि नौकरी छोड़कर नेता जी देश के लिए अपना जीवन समर्पित कर सकते हैं, अंग्रेजों के खिलाफ अकेले खड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेज कहते थे कि हम महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से नहीं डरते, बाकि नेताओं को झेल लेंगे लेकिन नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का डर अंग्रेजो के बीच बहुत था।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का बयान
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा कि बंगाल की इस धरती पर खुदीराम बोस से लेकर तमाम ऐसे स्वतंत्रा सेनानी हुए तभी तो अंग्रेजो को यहां से दिल्ली की तरफ कूच करना पड़ा क्योंकि यहां स्वतंत्रता सेनानिओं की कमी नहीं थी। अगर यहां के लोग अंग्रेजों से मुक्ति दिला सकते हैं तो लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोगों से भी मुक्ति दिलाने का काम यहां का युवा ही कर सकता है। सोशल मीडिया पर लोग अनुराग ठाकुर के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
@VipinRathaur यूजर ने लिखा कि आप लोग करीबी थे शायद गुप्त मीटिंग में बताया होगा? @drmerajhusain यूजर ने लिखा कि ये कौन से अंग्रेज कहते थे? ये तो पहली बार मैं आप जैसे महान इतिहासकार के मुख से सुन रहा हूं। @Ashokkshekhawat यूजर ने लिखा कि क्या वैसी ही जैसे PM WFI अध्यक्ष से डर गए है? @Sapachandeshwar यूजर ने लिखा कि यह बड़बोला मंत्री देशभक्ति को ही दो आंखों से देखता है, दोनों ही महान पुरुष थे एक क्रांतिकारी तो एक सत्याग्रही थे।
@68pradeepgupta यूजर ने लिखा कि अनुराग ठाकुर जी शायद भूल रहे हैं, अंग्रेजों ने अनुराग ठाकुर जी को कहा होगा कि वो महात्मा गांधी जी से नहीं डरते लेकिन मोदी जी से बहुत डरते हैं। @PRATEEKPARIHA07 यूजर ने लिखा कि महात्मा गांधी जी के सामने पूरी दुनिया आज भी नतमस्तक है। एक यूजर ने लिखा कि लेकिन सुभाष चंद्र बोस ने हमेशा सभी धर्मों का बराबर सम्मान किया और सभी धर्मों के लोगों को बराबर तवज्जो दी, भेदभाव कभी नहीं किया। जय हिंद का नारा दिया।
वहीं कोलकाता में आयोजित ‘नेता जी को प्रणाम’ कार्यक्रम में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा पूरी दुनिया आज भारत की ओर देख रही है। मोहन जी ने कहा नेताजी के सपने अभी पूरे नहीं हुए हैं। हमें इसे मिलकर पूरे करने होंगे। बता दें कि भारत 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती मना रहा है। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।