भारत का पड़ोसी देशों के साथ अक्सर सीमा विवाद के चलते तनातनी का माहौल बना रहता है। खास तौर पर चीन और पाकिस्तान के साथ। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सीमाओं का दखल भारत सहन नहीं करेगा। पाकिस्तान से पहले घुसपैठ की खबरें आती थीं लेकिन एक बार सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद किसी में हिम्मत नहीं है कि भारत की सीमाओं के अंदर किसी प्रकार की छेड़खानी कर सके।
क्या बोले गृहमंत्री?
गृह मंत्री अमित शाह ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कहा कि एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पूरी दुनिया में यह संदेश गया है कि अमेरिका और इजरायल के बाद तीसरा देश भारत है जिससे छेड़खानी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी के इस देश के प्रधानमंत्री बनने से पहले हमारी कोई रक्षा नीति नहीं थी। पहले पाकिस्तान से घुसपैठ बेहद आम बात थी।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर लोग अमित शाह के इस बयान पर टिप्पणी कर रहे हैं। @chandanjnu यूजर ने लिखा कि चीन घुसा हुआ है, नेपाल अकड़ रहा है। पाकिस्तान सुधरा नहीं। अमेरिका PM को धमकाकर भारत की दवाएं अमेरिका मंगा लेता है। ब्रिटेन बीबीसी से डॉक्यूमेंट्री बनवा लेता है। तुर्की कश्मीर पर पाकिस्तान का समर्थन करता है। इस्लामिक देशों के हड़काने पर नूपुर शर्मा पर केस बना, पर ये हवा में जी रहे हैं। मनोज तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि लद्दाख में चीन के साथ स्थिति बेहद खतरनाक और चिंताजनक है।
शादाब नाम के यूजर ने लिखा कि इसमें कोई शक नहीं लेकिन हमारा भारत जो इतना मजबूत बना है, वो हमारे वीर जवानों की वजह से बना है। हमें ये नहीं भूलना चाहिए। हमारे वीर जवान जो अपने जान को जोखिम में डाल कर हमारी हिफाजत करते हैं और उनको ये सारा श्रेय जाना चाहिए। अनिल तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि गलत बयान, भारत से कोई भी देश पंगा नहीं ले सकता। अमेरिका और इजराइल उसके बाद आते हैं जिनसे बाकी लोग पंगा नहीं लेते।
बता दें कि अमित शाह ने यह भी कहा कि हम महाशक्ति की अवधारणा में विश्वास नहीं करते हैं। हम अपने देश को आगे ले जाना चाहते हैं। भारत कभी महाशक्ति बनने के बारे में नहीं सोचेगा। न तो यह हमारे देश की संस्कृति है और न ही यह लक्ष्य हो सकता है।