उत्तर प्रदेश के हमीरपुर (Hamirpur, UP) जिले में अधिवक्ताओं का तमाम मांगों को लेकर प्रदर्शन चल रहा था। इस प्रदर्शन में वकील सीएम का पुतला जलाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन इसी बीच फिल्म स्टाइल में पुलिस की एंट्री होती है और पुलिस जलाने जा रहे पुतले को लेकर भाग जाती है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल है और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस वीडियो को शेयर कर यूपी पुलिस और सरकार पर तंज कसा है।
पुतला लेकर भागी पुलिस!
मंगलवार (7 फरवरी) को अधिवक्ता कल्याण निधि जारी करने, किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर अधिवक्ता प्रदर्शन कर रहे थे। वकील सीएम का पुतला जलाने की तैयारी में थे, तभी पुलिसकर्मी सीएम का पुतला छीन कर भाग निकले और पुतले को पुलिस की गाड़ी में डाल दिया। वीडियो शेयर कर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा राज में पुलिसवाले भागने में पारंगत हो चुके हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
ट्विटर पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav, SP) ने लिखा कि उप्र के मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने से बचाकर भागने वाले पुलिसवाले को पुरस्कार स्वरूप अस्थायी ही सही, नगर का कार्यकारी कप्तान बना देना चाहिए। भाजपा राज में पुलिसवाले भागने में पारंगत हो चुके हैं। जनता पूछ रही है, जो आईपीएस भागा था उसका कुछ पता चला। सोशल मीडिया पर लोग इस पर तमाम लोग तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।
@KpPatha19731260 यूजर ने लिखा कि जिस तरीके से पुलिस पुतला लेकर भाग रही है, उसी तरीके से भाजपा पूरे उत्तर प्रदेश से भागेगी। @ManishY73937520 यूजर ने लिखा कि योगी जी के सजग प्रहरी पुलिसवाले जो अपराध रोकने में भले ही सक्षम ना हों लेकिन योगी जी का पुतला जलाने नहीं दिए। ऐसे सजग और योगी जी के भक्त पुलिसकर्मी को योगी जी द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए। एक यूजर ने लिखा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस जनता की सुरक्षा से ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रही है।
@Gajraj_Vivek यूजर ने लिखा कि आखिरकार यूपी पुलिस ने कम से कम पुतले को बचा लिया। राजेंद्र नाम के एक यूजर ने अखिलेश यादव को जवाब देते हुए लिखा कि आपने तो रामचरित मानस को गाली देने वाले का ही प्रोमोशन दे दिया, कम से कम इस पुलिस वाले ने रामभक्तों पर गोली तो नहीं चलाई। एक संवैधानिक पद पर बैठे सीएम के सम्मान की रक्षा ही की है। एक यूजर ने लिखा कि आजम खान की भैंस गायब हो जाती थी जाती तब उत्तर प्रदेश की पुलिस भैंस ढूंढने का काम करती थी।