किसान संयुक्त मोर्चा ने लखीमपुर खीरी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिजनों से मिलने पर योगेंद्र यादव को किसान मोर्चा से 1 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। इसी विषय पर हो रही चर्चा के दौरान एंकर ने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया से पूछा, क्या जब तक किसान कानून वापस नहीं होगा तब तक बॉर्डर पर मर्डर होते रहेंगे?

न्यूज़ 18 के शो ‘आर – पार’ में एंकर ने सपा प्रवक्ता से पूछा, क्या आप कह रहे हैं कि किसानों पर कार्रवाई होनी चाहिए? इस पर जवाब मिला, नरेंद्र मोदी सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो जो तीन काला कानून लाए हैं, उनको वापस लें। एंकर ने पूछा, ‘क्या जब तक किसान बिल वापस नहीं होगा तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी?’

प्रवक्ता ने कहा, योगी आदित्यनाथ अभी तक लखीमपुर खीरी में पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं गए। कोई मंत्री भी उनसे मिलने नहीं गया है। भदौरिया ने कहा, लोकतंत्र में सभी को अधिकार है कि वह शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर सकते हैं।

एंकर ने पूछा, ‘जहां एक युवक का हाथ- पैर काटकर उल्टा टांग दिया जाता है उसे आप शांतिपूर्ण प्रदर्शन कहते हैं? इस पर सपा प्रवक्ता ने कहा, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कहते हैं कि प्रदर्शन करने वाले किसानों का सर फोड़ दो। यूपी के मुख्यमंत्री कहते हैं ठोंक दो। तब उनसे कोई सवाल क्यों नहीं करता है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले कई महीने से आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक सरकार यह तीनों कानून वापस नहीं लेगी, तब तक हम घर नहीं लौटेंगे। उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन के दौरान कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं।